आजमगढ़। पालीथीन से पर्यावरण को होने वाले खतरे को लेकर शुक्रवार को नगर पालिका प्रशासन द्वारा शहर में जन जागरूकता अभियान को जिलाधिकारी ने हरीझण्डी दिखा कर रवाना किया। इस अभियान को सफल बनाने के लिए वार्डो के सभासद और कर्मचारियों ने भी बढ चढ़कर भाग लिया और लोगों से पालीथीन की जगह थैले का इस्तेमाल करने की अपील किया। जागरूता रैली में रमाकांत वर्मा के नेतृत्व में प्रतिभा निकेतन स्कूल के बच्चों भी शामिल रहें। नगर पालिका कार्यालय से अध्यक्षा शीला श्रीवास्तव, अधिशासी अधिकारी विरेन्द्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में जागरूकता अभियान निकाला गया। जो नगर पालिका से बड़ादेव, चैक, पुरानी कोवताली, आसिफगंज, पुरानी सब्जी की मण्डी, शंकर जी की मूर्ति से होते हुए पुनः नपा कार्यालय पर आकर समाप्त हो गया। इस दौरान लोगों से पालीथीन का प्रयोग न करने व दुकानदारों से पालीथीन न बेचने व उसमें सामान न देने की अपील किया गया। स्वस्थ पर्यावरण के लिए पालीथीन खतरा बन गया है। नगर पालिकाध्यक्ष शीला श्रीवास्तव ने कहाकि पर्यावरण की शुद्धता बनाये रखने के लिए हम सभी को पालीथीन के प्रयोग से परहेज करना होगा क्योकि पर्यावरण को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है। जब पर्यावरण प्रभावित होगा तो इसका असर हम लोगों व जीव जंतुओं पर पड़ेगा। पालीथीन ऐसी वस्तु है जो न कभी गलती है और न ही कभी सड़ती है। यही पालीथीन जब अधिक मात्रा में धरती में दब जाती है तो बरसात का पानी अंदर नही जा पाता है। जिसके कारण जलस्तर दिन प्रतिदिन नीचे की तरफ चलता जा रहा है। अधिशासी अधिकारी विरेन्द्र श्रीवास्तव ने कहाकि पर्यावरण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण आज पालीथीन बन गया है। इसके बाद भी लोग जागरूक नही हो रहे है। समय रहते अगर हम नही चेते तो आने वाला कल हम लोगों के लिए खतरनाक होगा। पालीथीन पर्यावरण को प्रभावित तो कर ही रहा है साथ ही धरती की उर्बरा शक्ति को भी नष्ट कर दे रहा है। स्वस्थ पर्यावरण के लिए हमे पालीथीन को त्यागना होगा। उन्होंने कहाकि अगर आप बाजार सामान लेने जा रहे हैं तो साथ में जूट, कपड़े और कागज का ही थैला लेकर जाये। दुकानदारों से अपील करते हुए कहाकि वह पालिथीन का प्रयोग न करे अन्यथा पकड़े जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। पालीथीन के प्रयोग पर जुर्माना के साथ ही जेल की सजा का भी प्राविधान है।
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