सगड़ी: आजमगढ़ :: सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी छोर में बहने वाली घाघरा नदी की जलस्तर में फिर वृद्धि होने लगी है। घाघरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने का कारण बनबसा बैराज से छोड़ा गया पानी व आसपास के जिलों में हो रही बारिश का असर है जलस्तर में वृद्धि होने के कारण घाघरा नदी ने कटान तेज कर दिया है। देवारा खास राजा के मुराली के पूरा व त्रिलोकी के पुरा आबादी के साथ साथ खेती योग्य जमीन घाघरा नदी काट रही है त्रिलोकी के पूरा मुराली के पूरा में गन्ना व सब्जी बाजरा के फसल सहित जमीन घाघरा नदी काट रही है। कटान के भय से देवारा वासी गन्ना व बाजरा की फसल को काट कर पशुओं को खिला रहे हैं । घाघरा नदी के कटान के भय से लोग पलायन कर रहे नदी के करीब पहुंचने वाले सहदेव,सजगु,देव सरन,राजेन्दर,चार लोग अपने परिवार सहित पलायन कर रहे है।अपना सामान गांव से दक्षिण तरफ ग्राम समाज की भूमि में जो कि ग्राम प्रधान द्वारा अस्थायी रुप से वैकल्पिक तौर पर दी गयी है। उसमे अपनी नयी रिहायशी मण्डयी बनाकर सामानो को रख रहे है। बाकी लोग कटान के चलते धीरे धीरे अपने सामनो को समेट रहे है। क्यो की रिहायशी सामान अधिक होने के कारण एक से दूसरी जगह ले जाना फिर मुश्किल होगा । रिहायशी मण्डयी बनाना एक दिन में सम्भव नही है। नदी अपने तटीय ग्रामों देवारा अचल नगर,देवारा अचल, सिंह, देवारा रामसरन दुबे,देवारा गरीब दुबे, देवारा भिछ्छुक दास, गलसदिया ,सिकठिया आदि दर्जनो गावो मे खेती योग्य जमीन काट रही है। दो सम्पर्क मार्गों पर पानी होने से आवागमन बाधित है। खरैलिया ढाला से सोनौरा सम्पर्क मार्ग,मानिक पुर से मानिक पुर नयी बस्ती सम्पर्क मार्ग पर पानी होने से आवगमन बाधित है। लोग कमर •ार पानी से होकर आवागमन कर रहे है। स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। बंधे के इस पार कानवेंट स्कुलों मे पढ़ने वाले चार हजार बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। अब तक दोनो सम्पर्क मार्ग पर नांव नही लगाई गई है।
Blogger Comment
Facebook Comment