आजमगढ़ :: शहर के लछिरामपुर स्थित वेदांता हास्पिटल में आईसीयू में भर्ती मरीज की मौत पर शुक्रवार को लगभग दो बजे परिजन भड़क गए। परिजनों की ओर से अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाने पर अस्पताल के कर्मचारी मरीज मारपीट करने लगे। मृत मरीज के परिजनों को मारपीट कर अस्पताल से बाहर कर दिया। 100 नंबर पर सूचना मिलने पर पुलिस के पहुंचने पर पथराव शुरू हो गया। इस पर कोतवाली से पहुंची पुलिस फोर्स ने किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अतरौलिया थाने के महादेवपुर गांव निवासी 35 वर्षीय रामकेश सोनी पुत्र लक्ष्मी सेठ 19 जून की रात में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिला अस्पताल से रेफर किए जाने पर परिजनों ने उसे शहर के लक्षिरामपुर स्थित वेदांता हास्पिटल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को दोपहर लगभग दो बजे परिजन आईसीयू में भर्ती रामकेश को देखने के लिए अंदर घुसे,तो कर्मचारियों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। इस पर परिजन भड़क उठे और आरोप लगाने लगे कि लापरवाही के चलते से 24 घंटे पूर्व ही मौत हो चुकी थी। इसीलिए आईसीयू में देखने के लिए इजाजत नहीं दी जा रही थी। इतने में अस्पताल के कर्मचारी परिजनों से भिड़ गए और मारपीट कर अस्पताल से भगा दिया। इस पर मृत युवक के रिश्तेदार सूरज ने 100 नंबर पर सूचना दी। डायल 100 की गाड़ी पहुंचने पर उग्र भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। इस पर कोतवाली सहित अन्य थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। अस्पताल के चार लोगों को उठा कर कोतवाली लाया और आईसीयू से मृत युवक का शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नगर कोतवाली निरीक्षक योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि वेदांता हास्पिटल में मरीज की मौत से बवाल होने पर चार लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है। अभी मृत युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने का प्रयास किया जा रहा है। किसी पक्ष से अभी तक तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
Blogger Comment
Facebook Comment