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रानी की सराय अग्रिकांड ::नही थम रहे परिजन के आसूं,ढाढंस बधाने वालों का लगा ताँता

 रात में ही मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रूपये मृतको के परिजनो को देने की घोषण हुई 

रानीकीसराय/आजमगढ। रानीकीसराय थाना क्षेत्र के कोटवा गांव के चकबंगाली पुरवे में सोमवार को 06 लोगो की मौत के बाद मंगलवार को जहां महिलाओ की चीत्कार जारी थी वही प्रशासनिक महकमे समेत ढाढंस बंधाने वालो का ताता लगा रहा। मौके पर सभी सामान बिखरे पडे रहें। हर किसी के जुबान पर घटना की चर्चा रही। सीओ नगर सचिदानन्द मंगलवार को पुन:मौके पर पहुंच कर बारीकी से जांच किये। बता दे कि कोटवा गांव के चकबंगाली पुरवे में सोमवार को गांव के दलित बस्ती के महेन्द्र के घर आयोजित सत्संग भण्डारा में दोपहर में भोजन बनाते समय गैस सिलेंडर रिसाव से लगी आग से दम घुटने से दो मासूम और चार महिलाओ की मौत हो गयी थी। बाद में घटना के सदमे से एक वृद्ध ने भी दम तोड दिया था। जिला अस्पताल में आला अफसरानो के पहुचने के बाद रात में ही शवो का पोस्टमार्टम कर शव परिजनो को सौप दिया गया। अतिम संस्कार भी रात में ही हुआ। जनपद में छ:लोगो की मौत की घटना से आम नागरिक ही नही प्रशासन भी सकते में था। सोमवार को देर शाम डीआईजी विजय भूषण के पहुचने के बाद सभी जिला अस्पताल में पहुचे। मंगलवार को सुबह पुरवे में बिखरे सामान घटना की याद दिला रहे थे। ग्रामीणो के अलावा रिश्तेदार और विभिन्न पार्टी से जुडे लोग पहुचते रहे। महिलाओं के आंसू नही थम रहे थे । प्रशासनिक अमला भी पहुचा और पुन:जांच शुरू की। रात में ही मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख मृतको के परिजनो को देने की घोषण जहा की गयी वही तत्काल राहत न मिलने की चर्चा होती रही। भंण्डारे में लाये गये सामान बिखरे पडे रहें। सभी लोग घटना स्थल को देखने और कारणो को लेकर चर्चा करते रहें। शुभचिंतक मृतकों के परिजनो को ढांढस बधाते रहें। ग्रामीणो का कहना था की गांव के इतिहास में इतनी बडी घटना पहली बार हुई है । पूरा गांव ही घटना से सदमे में है चाहे कोई पुरवा हों। दूसरे दिन भी बस्ती के किसी घर में चूल्हे नही जले। अन्य घरो की महिलाएं भी घटना स्थल पर ही जमा थी।हादसे में आयोजक महेंद्र ने अपनी मां के साथ ही पत्नी को भी खो दिया है। जबकि पुत्री प्रियंका जिदंगी मौत से जूझ रही है।
रेगुलेटर व पाइप को पुलिस ने किया जब्त
आजमगढ़। कोटवा गांव में हादसे के बाद पुलिस ने भण्डारे में प्रयोग किया गया गैस रेगुलेटर,पाइप को जब्त कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है कि हादसे में क्या वजह रही। भण्डारा कार्यक्रम में आग लगने का मुख्य कारण गैस सिलेंडर ही रहा। गैस सिलेंडर के रेगुलेटर से रिसाव शुरू हुआ तो पहले पाइप खींची गयी जिसके बाद सिलेंडर जलने लगा। इस दौरान बचाव के लिए बोरे आदि का प्रयोग विफल रहा और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धर लिया। जिससे कई जिंदगी काल के गाल में समा गयी। पुलिस के अनुसार जाचं के बाद कार्यवाही की जायेगी।
राज घाट पर हुआ चार शवो का तो दो शवो का जीयनपुर में हुआ अतिम संस्कार
आजमगढ़। रानीकीसराय थाना क्षेत्र के कोटवा में हादसे के शिकार हुए लोगो का शव का पोस्टमार्टम रात में ही होने के साथ शव परिजनो का सौप दिया गया।इस दौरान प्रशासनिक महकमा भी मौजूद रहा। काफी संख्या में ग्रामीणो का मौजूदगी में जनपद के राजघाट पर मृतका रामताजी,कविता ,तारा और आर्या उर्फ अराध्या का अंतिम संस्कार हुआ, तो दो शव अनिता और अंजली का जीयनपुर में अतिमं सस्कार हुआ। एक साथ चार शवो के जलने से मौजूद लोग भी गमगीन रहे ।
मदद की मांग
आजमगढ़। मंगलवार को कोटवा गांव में मौजूद भीड में मदद की मांग उठती रही। माली हालत को देखते हुए प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष त्रिभुवन यादव ने कहा की जिला प्रशासन द्वारा आवास आदि की मदद जरूरी है।जिससे महेन्द्र को कुछ राहत मिल सकें।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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