आजमगढ::लालगंज तहसील क्षेत्र के हरिश्चन्दपुर मीता बाबा आश्रम पर 1 मई दिन मंगलवार को प्रथम दलित महामण्डलेश्वर प्रभु नन्द गिरी जी महाराज को महंन्त बजरंगमुनि उदासीन मां बंगला मुखी उपासक ने माला पहनाकर स्वागत किया। जानकारी के अनुसार जूना अखाड़ा की एक नई पहल के अंतर्गत देशभर में दलितों को लेकर चल रहे संग्राम और उत्पीड़न के आरोपों के बीच दलित समुदाय से सन्यास लेकर संत बने कन्हैया प्रभुनन्द गिरि को महामंडलेश्वर बनाये जाने पर महंत बजरंगमुनि उदासीन की अगुवाई में श्री मीता बाबा आश्रम’ हरिश्चन्द्रपुर ठेकमा में भव्य स्वागत किया गया। सर्वप्रथम महामंडलेश्वर के आगमन पर उनके ऊपर पुष्प वर्षा के साथ-साथ माल्यार्पण किया गया । हरिश्चंद्रपुर कुटी पर स्वागत के बाद श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर प्रभु नंद गिरी जी महाराज ने कहा कि यह हमारे साधु समाज के लिए गौरव की बात है कि हमारे बीच में महंत बजरंग मुनि जैसे धर्मनिष्ठ एवं क्रांतिकारी संत उपस्थित हैं इनके ऊपर पूरा संत समाज गर्व का अनुभव करता है । सत्य सनातन धर्म के निर्वाह के लिए संत समाज को गांव गांव जाना चाहिए और सभी समाज को सनातन धर्म के प्रति एक होना चाहिए। इसी क्रम मे हरिश्चन्दपुर कुटी के महंत बजरंगमुनि उदासीन ने कहा कि संत की कोई जाति नहीं होती परन्तु इस फैसले से देश में सामाजिक समरसता की दिशा में सुखद संदेश जाएगा , इससे देश में अब एक नए युग का शुभारम्भ होगा। इससे जाति भेदभाव दूर कर समाज में बराबर की हिस्सेदारी वाले संदेश को बल मिलेगा। इस अवसर पर प्रमोद राय , मिंटू राय, मनोज यादव, अशोक राय, आशीष विश्वकर्मा, इंदल कुमार, रणबीर कपूर, त्रिभुवन शर्मा , अरविंद गौड़, मनोज सरोज, आशीष प्रजापति, अखिलेश राय, राम किशोर चौबे, नंदन राय, शैलेश राय, आदित्य मिश्रा, राकेश यादव, सत्यदेव राय , अनुज चौहान, रमेश यादव, विनोद सरोज, डॉ राजेश यादव, आरती आदि भक्तगण उपस्थित रहे।
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