रानी की सराय:: आजमगढ़:: घर से लेकर निकला पिता पुत्री को लावारिस हाल में छोड कर फरार हो गया। दो दिन से भटकती हुयी मासूम क्षेत्र के सेठवल गांव मे पहुच गयी जहा ग्रामीणो ने उसे सहारा दिया । मासूम गांव में बच्चो के बीच घुलमिल तो गयी है लेकिन भीड़ में अपनो को ढूंढ रही है। थाना क्षेत्र के सेठवल गांव के पश्चिमी भाग में सोमवार को देर शाम एक तकरीबन दस वर्षीय किशोरी एक घर के सामने पंहुच गयी। वेषभूशा देख पहले लोगो ने उसे भगा दिया लेकिन वह जाने के बजाय पास में ही स्थित दुर्गा जी मंदिर में जा कर बैठ गयी। कुछ देर बाद ग्रामीणो की निगाह फिर पहुंची तो पूछना शुरू कर दिया। उसने जहाँ अपना नाम रेखा बताया वही पिता कहने पर नही समझ पायी। हितउ बताते हुए अपना घर झारखण्ड प्रांत बता रही है। उसके आगे नही बता पा रही है। यहा पहुंचने के बाबत बताया की घर से हितउ लेकर बडे वाहन से आया और हमे उतार कर चला गया। दो दिनो से भूख से तडप रही मासूम यहा पंहुच गयी। पिता द्वारा बेटी को छोड कर भागने की कहनी सुन सभी कोसते नजर आयें। फिलहाल गांव के रामसदन राम ने अपने घर में शरण दी है।
Blogger Comment
Facebook Comment