आजमगढ़ :: रविवार की सुबह दो पुलिस मुठभेड़ों का निष्कर्ष यही निकला की दोनों जगह के अपराधी एक ही गैंग के थे जिन्होंने लूट का अपना नया व्यवसाय शुरू किया था। घटना में घायल 02 अपराधियों के अलावा पुलिस अधिकारियों ने प्रेस वार्ता में गिरफ्तार ०२ अभियुक्तों को मीडिया के सामने प्रस्तुतु भी किया, जहां उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली पर हामी भरी। पुलिस के अनुसार पहले यह लोग छोटी मोटी घटनाओं को अंजाम देते रहे जो की पुलिस की नजर में ना आ सकी थी छोटी कामयाबियों से इन अपराधियों का मनोबल; बढ़ गया और फिर इन्होने बड़े हाथ मारना शुरू किया। और पिछले 15 दिनों में ताबड़तोड़ लूट की पांच घटनाओं को अंजाम देकर यह गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बन गया था । वहीँ पुलिस के खुफिया सूत्रों की नजर में यह लोग शुरू में ही आ गए थे और विवेचना के दौरान नाम प्रकाश में आने पर पुलिस ने गैंग के प्रत्येक सदस्य पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।
गंभीरपुर और रानी की सराय क्षेत्र में रविवार की भोर में मुठभेड़ से पहले गिरफ्तार अमरजीत यादव पुत्र बचऊ मेहनगर थाने के जमकी गांव का निवासी है। जबकि दूसरा गिरफ्तार रवि साहू पुत्र गुड्डू मेहनगर थाने के गोला बाजार का निवासी है। रानी की सराय क्षेत्र में सुबह चार बजे गिरफ्तार दोनों बदमाशों से जानकारी लेने के बाद पुलिस से हुए मुठभेड़ में गंभीरपुर थाना क्षेत्र में गोली लगने से मेहनगर थाने के हटवा खालसा गांव निवासी पंकज यादव पुत्र रामवृक्ष यादव घायल हो गया। पंकज के घायल होने पर भाग रहे मेहनगर थाने के वीरभानपुर गांव निवासी मुन्ना उर्फ तिलकराज पुत्र विनय कुमार सिंह रानी की सराय थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया। एसपी सिटी सुभाषचंद्र गंगलवार ने गिरफ्तार दोनों बदमाश और घायल दोनों बदमाशों ने फरार सोनू उर्फ अबू सुफियान के साथ मिल कर गैंग बना रखा था। छोटी-मोटी छिनैती करते-करते यह गैंग आजमगढ़ के साथ ही बलिया, मऊ, गाजीपुर सहित आस-पास के जिलों में लूट, छिनैती की घटनाओं को अंजाम देता रहा। गैंग ने 15 दिन के अंदर लूट की पांच घटनाओं को अंजाम दिया था। रानी की सराय क्षेत्र में जनसेवा केंद्र के व्यापारी से एक लाख 10 हजार रुपये, गंभीरपुर में एक व्यक्ति से 30 हजार, गोसाई बाजार में एक व्यक्ति से 30 हजार की लूट, गंभीरपुर के ही बसिरहा के पास एक लाख 50 हजार की लूट में असफल होने पर व्यापारी को गोली मारना और सिधारी थाने के रेलवे क्रासिंग पर 60 हजार की लूट शामिल है।
एसपी सिटी ने बताया कि इस गिरोह का अब तक अपराधिक इतिहास नहीं रहा। छोटी-मोटी घटनाएं करते थे। 15 दिन के अंदर लूट की पांच घटनाओं में विवेचना के दौरान गिरोह का नाम प्रकाश में आने पर प्रत्येक सदस्य पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
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