आजमगढ़:: एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ सड़क पर दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर जमकर हिंसा की। इस दौरान वाहन तोड़ने, जलाने और फायरिंग की घटनाएं तो हुई ही साथ ही आंदोलनकारियों ने राहगीरों पर पथराव और उनकी पिटाई भी की। जिसमें महिला बच्चों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हालात काबू में है लेकिन एहतियात के तौर पर हिंसा वाले स्थानों पर पीएसी तैनात कर दी गयी है।
सबसे अधिक बदतर हालात जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के सगड़ी तहसील की रही। यहां तीन बसें फूंकने के साथ ही आधा दर्जन बसों में तोड़फोड़ की गई। उपद्रवियों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ के साथ ही तहसील में घुस कर फायरिंग किये। हद तो तब हो गयी जब उपद्रवियों ने आटो पर हमला कर उसमे बैठे महिला और दो साल के बच्चे को भी घायल कर दिया। इस दौरान हुए पथराव में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए। सभी का उपचार विभिन्न अस्पतालों में कराया गया। लाठीचार्ज के बाद ममाला शांत हुआ।
इसी तरह मुबारकपुर क्षेत्र में जुलूस निकालकर धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया। संत रविदास मन्दिर पर प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और यहां से जुलूस निकालकर अमिलो, नेवादा, हुसैनाबाद, लोहिया, चकिया आदि क्षेत्रों में प्रदर्शन किया। दोपहर बाद रोडवेज चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया। इस दौरान भाजपा नेता की कार तोड़ दी गयी। मोहम्दाबाद गोहाना से मुबारकपुर होते हुए रानी की सराय अपने घर जा रहे भाजपा अल्पसंख्यक प्रभारी आफताब मिर्ज़ा पुत्र सहाबुद्दीन की गाड़ी पर ईंट पत्थर फेंके गए जिसमे चालक रियाज़ अहमद पुत्र अफ़ज़ल अहमद को चोट आई। आफताब मिर्ज़ा ने मुबारकपुर थाने पहुंचकर अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी।
इसी क्रम में सिधारी थाना क्षेत्र के दलित संगठनों के लोग आजमगढ़ गाजीपुर नेशनल हाइवे पर छतवारा स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास एकत्र हुए। पूर्वांह्न दस बजे लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। अपराह्न तीन बजे तक जाम के कारण क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल रहा। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई। उग्र भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो उपद्रवियों ने सीओ सिटी का वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया।
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