राजनीति की रोटी सेंकने के लिए दलितों को उकसानें का काम किया गया -सांसद मछलीशहर
आजमगढ़:: माननीय सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी कानून में कोई संशोधन नही किया है। सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि जांच के बाद ही दोषी के विरूद्ध इस एक्ट के तहत कार्यवाही की जाय और निर्दोष लोगों को बेवजह न फंसाया जाय। लेकिन कुछ लोगों ने अपनी राजनीति की रोटी सेंकने के लिए दलितों को उकसानें का काम किया जिसके कारण इतनी बड़ी हिंसा व आगजनी हुई। उक्त बातें मछली शहर के भाजपा सांसद रामचरित्र निषाद ने लोकनिर्माण विभाग के डाक बंगले में प्रेसवार्ता के दौरान कही। बसपा मुखिया पर हमला बोलते हुए कहाकि वह अब अकेली हो गईं हैं । राज्यसभा में पहुंचने के लिए उन्होंने सपा के साथ गठबंधन किया लेकिन उसमें भी वह फेल हो गयीं। डॉ भीमराव अम्बेडकर और कांशीराम के नाम पर दलितों का वोट लेकर उसे बेचने का काम किया। सपा और बसपा के लोग मिलकर कोई भी षड्यंत्र रचे लेकिन देश और प्रदेश का दलित वर्ग सबकुछ समझ चुका है अब वह भाजपा के साथ है। प्रदेश में भाजपा के खिलाफ दलितों को इकट्ठा करने के लिए अम्बेडकर की प्रतिमाएं तोड़ी जा रही है इसकी निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। जल्द दोषी आप के सामने होगा। उन्होंने कहाकि पहले भाजपा के शासनकाल में जो पोखरियां निषाद समाज के लोगों को पट्टा की जाती थी उसे सपा और बसपा ने अपने शासनकाल मे चहेतों को पट्टा कर निषाद समाज के लोगां के साथ धोखा किया। भाजपा के शासनकाल में यह पोखरियां अब निषाद समाज के लोगों को पट्टा किया जा रहा है जिससे उन्हें रोजगार मिल रहा है। कहाकि प्रदेश में अपराध का ग्राफ गिरा है। अपराधी भागने के लिए रास्ते खोज रहे हैं। कई वर्षो से निषाद राज गुह्य की प्रतिमा मालखाने में पड़ी है इसे जल्द से जल्द शहर में कही लगवाया जाएगा। गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मिली हार पर उन्होंने कहाकि कुछ गलतियों के कारण हम चुनाव हार गये।
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