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गर्मियों के मौसम में बच्चों में डिहाइड्रेशन,उलटी-दस्त के लिए ORS सबसे जरूरी - डा0 वीरेन्द्र सिंह

बाल रोग विशेषज्ञ ने बतलाये इस कुख्यात बिमारी से बचने और इलाज के उपाय  

आज़मगढ़ :: वासदेई अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा वीरेन्द्र सिंह से बदलते मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए विस्तार से सलाह दी । गर्मी की ऋतु का आगमन हो गया है, गर्मी का पहली बरसात भी हो चुकी है, घरों में पंखे, कुलर और एसी चलना शुरू हो गए है। गर्मी मौसम है आम का, आइसक्रीम का, मैंगो शेक का मगर गर्मी मौसम बिमारियों का भी है... इस मौसम में बार बार होने वाली एक कुख्यात बिमारी है 'उल्टी_दस्त', एक दिन में बार बार पतली शौच और उल्टी बडी तेजी से शरीर में पानी और लवणों की मात्रा घटा देती है, जैसे डाक्टरी भाषा में Dehydration (पानी की कमी) कहाँ जाता हैं... पानी की कमी का बच्चो में बहुत जल्द जानलेवा हो सकती है अत: सावधानी जरूरी है!

Q: क्यूँ होता है दस्त? और गर्मी में ज्यादा क्यूँ?
उत्तर: गर्मी की ऋतु किटाणु /विषाणु आदि के पनपने के लिए सबसे उपयुक्त मौसम होता है, इसी मौसम में उनकी संख्या बडी तेजी से बढती है, इस बात को ऐसे समझा जा सकता है जैसे गर्मी में मक्खियाँ आदि बढ जाती है वैसे ही किटाणु /विषाणु आदि भी बढ जाते हैं! ये बढे हुए किटाणु /विषाणु खाने पीने की चीजो के द्वारा तेजी से हमारे मुँह से होते हुए हमारे पाचन तंत्र तक पहुचते है! पाचन तंत्र में पहुच ये और भी तेजी से बढना शुरू करते है, अब ये जल्दी ही दूसरे अंगो को भी संक्रमित कर बच्चे को बहुत बीमार कर सकते हैं, इसलिए शरीर इन्हे जल्द से जल्द बाहर निकालना चाहता है और आंतो के चलने की गती बढ जाती है जिससे ये विषाणु जल्द से जल्द बाहर निकले और शरीर अधिक संक्रमण से बच सके!
इस तरह बच्चे का शरीर एक बडे नुक्शान से बचने के लिए एक छोटा नुकसान करता है! किंतु इस प्रक्रिया में शरीर से पानी और लवण निकलने लगते हैं जिनको पूरा करना बहुत जरूरी है!
Q: क्या दस्त रोकने की दवाई होती है?
A: बच्चो को आमतोर पर दस्त VIRUS के संक्रमण से लगते हैं और viral diseases को शरीर स्वत ही कंट्रोल करता है, इस प्रक्रिया में थोडा समय लगता है अक्सर 5-7 दिन, दूसरी बात क्योकि दस्त पेट से संक्रमण (विषाणु) को बाहर निकालने के लिए लगे हैं, उन्हे रोकना नुक्सान देह हो सकता है क्योकि ऐसा करने से विषाणु शरीर में ही रहेंगे और आंत से बाहर आकर बाकी अंगों को संक्रमित कर बच्चे को बहुत ज्यादा बीमार कर देंगे!
अत: आमतौर पर दस्त को बंद नहीं किया जाता!
Q: क्या इलाज करे?
A: बच्चे को बार बार मुंह से ORT (Oral rehydration therapy) द्वारा ORS का घोल पिलाए, जितना दस्त हो उससे ज्यादा पिलाए ताकी शरीर में पानी और लवण की पूर्ति हो सके! इसके अलावा कुछ Good bacteria का Solution जो बाजार में अपलब्ध है पिलाना चाहिए! डाक्टर की सलाह से rececadotril नाम की दवाई भी चालू कर सकते है...
किंतु सबसे जरूरी चीज है ORS..
Q: ORT क्या है? और कोनसी चीजे ORT हैं?
मुँह से पिला कर शरीर में पानी और लवण की पूर्ती करने की प्रक्रिया ORT है...
सबसे common ORT हम ORS या नमक चीनी के घोल से करते हैं! इसके अलावा छाछ (मठ्ठा) या yoghurt, शिकंजी, आदि भी ORT में प्रयोग लाई जा सकती हैं!
Q:क्या ORT नही है?
A: केवल पानी, Glucon D का पानी, फ्रूट जूस जैसी चीजें जिसमें लवण तथा energy दोनो ना हो (पानी) या कोईभी एक चीज ना हो (जूस, glucon D etc)
Q: कब रूकेंगे दस्त?
A: एक हफ्ते तक का समय लगता है, 2 हफ्ते तक भी लग सकता है, उससे अधिक समय लग रहा है, मतलब कोई और कारण है! जिसे जांच द्वारा ढूढना पडेगा!
Q : दस्त के दौरान आहार?
A: दस्त के समय बच्चे को ताकत वाली चीजे जैसे दही, केला, खिचडी आदि ज्यादा देना है, ऐसी चीजे जो तरल हो ज्यादा देना है, बेस्वाद खाना ना दे!
Q: कब हो जाता है दस्त जानलेवा?
1. बच्चा मुंह से ना खाए/पिए या बहुत ज्यादा उल्टी करे!
2. दस्त की दर 5ML/KG/HOUR (मतलब 10 किलो का बच्चो हर घंटे यदि 50ML से ज्यादा दस्त करे)
3. पिशाब करना छोड दे या कम करे, मोटे तौर पर हर 4 घंटे में एक बार पिशाब करना जरूरी है
4. बच्चा सुस्त हो जाए
5. दस्त के साथ खून आए
6.बालक कुपोषित हो!
इनमें से एक भी लक्षण है तो तुरंत हस्पताल में भर्ती करें और saline drip चालू करवाए, ये जानलेवा दस्त के लक्षण है! फिर रात के चाहे 2 बजे हो ईलाज तुरंत मिलना जरूरी है!
Q: बोतल द्वारा दूध पिने वाले बच्चे और दस्त?
आमतौर पर बोतल द्वारा दूध पिलाना बच्चे में दस्त होने की संभावना कई गुना बढा देता है, बोतल का प्रयोग जल्द से जल्द बंद कर दे! और उपर का दूध कटोरी चम्मच से ही पिलाए!
Q: कुपोषण और दस्त?
A: कुपोषित बच्चे को दस्त मतलब जावलेवा दिक्कत है तुरंत डाक्टर से सम्पर्क करें!
Q: दांत निकलना और दस्त!?
A: जब बालक को दांत निकलते हैं तो विकास के क्रम के अनुसार उसकी सहज वृति हर चीज को मुंह में डालने की होती है, जिसके चलते वो खिलोन, चप्पल, फर्स पर पडी दूसरी चीजे, अपनी अगुलियाँ चबाता रहता है, जिससे उसके पेट में किटाणु तेजी से पहुचते है और शरीर इन किटाणपऔ तो बाहर निकालने के लिए दस्त लगा देता है!
किंतु इस प्रक्रिया में दांत का कोई दोष नही बालक का मुंह में हर चीज डालना इसके लिए जिम्मेदार है!
Q: बच्चे को भविष्य में दस्त से बचाने के लिए!
A: 1. ZINC ACETATE /Zinc Gluconate 20MG रोज 14 दिन तक देना है, ZINC के सिरप /dispersable tablets बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं!
2. 1.5 महिने और 2.5 महिने पर Rotarix नामकी vaccine लगती है, जो बच्चे की भविष्य में होने वाली दस्त जनय मृत्यु की दर को काफी कम कर देती है!
ये वैक्सीन 6 माह से बडे बच्चे को नही दे सकते!
3. सफाई, सफाई, सफाई.... एक मात्र तरिका है जिससे आप बच्चे को दस्त ग्रसित होने से बचा सकते हैं!

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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