आज़मगढ़ 23 मार्च -- मण्डलायुक्त एसवीएस रंगाराव ने कहा है कि खेतों की सिंचाई हेतु नहरें सशक्त माध्य हैं, इसलिए इसे हालत में दुरुस्त रखा जाये, कहीं से भी नहरों के टूटने, टेल तक पानी नहीं पहुंच पाने, सिल्ट सफाई मंे शिथिलता आदि की शिकायत नहीं आनी चाहिए। मण्डलायुक्त श्री रंगाराव ने शुक्रवार को अपने कैम्प कार्यालय पर सिंचाई विभाग एवं बाढ़ खण्ड से सम्बन्धित बिन्दुओं अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि गत वर्ष मण्डल में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों को मुआवजे़ की धनराशि यदि अभी तक वितरित नहीं हो सकी है तो उसे शीघ्र वितरित करायें। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि धनराशि की कमी हो तो शासन से शीघ्र धनराशि अवमुक्त कराते हुए पात्रों में उसका वितरण सुनिश्चित करायें। मण्डलायुक्त ने ट्यूबवेल की स्थिति का जायजा लेते अधीक्षण अभियन्ता नलकूप को निर्देशित किया कि मण्डल में जो 5 ट्यूबवेल यांत्रिक दोष के कारण बन्द हैं उसे तत्काल ठीक कराकर क्रियाशील करें। उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है ऐसे में नहरों और नलकूपों की स्थिति का निरन्तर जायजा लेते रहना जरूरी है, ताकि किसानों और पशुपालकों को दिक्कतों से बचाया जा सके। बैठक के दौरान अधीक्षण अभियन्ता नलकूप द्वारा अवगत कराया गया कि चालू वित्तीय वर्ष में 9 नये ट्यूबवेल बनाये जाने थे जो पूर्ण हो चुके हैं, विद्युत कनेक्शन का भुगतान भी कर दिया गया है परन्तु अभी तक कनेक्शन नहीं मिला। इस पर मण्डलायुक्त श्री रंगाराव ने विद्युत विभाग को शीघ्र कनेक्शन आवंटित करने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त एसवीएस रंगाराव ने बन्धों की स्थिति का जायजा लेते हुए कहा कि स्परों के निर्माण हेतु किसानों से जमीन ली गयी है यदि उसमें से किसी के प्रतिकर का भुगतान किया जाना अवशेष है तो उसे तत्काल भुगतान कर दिया जाय। बैठक में अधीक्षण अभियन्ता बाढ़ खण्ड द्वारा अवगत कराया गया कि पत्थरों से बन्धों की पीचिंग कराया जाना प्रस्तावित है जिसके लिए शासन को प्रस्ताव उपलब्ध करा दिया गया है परन्तु अभी तक स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई। इस पर मण्डलायुक्त श्री रंगाराव ने निर्देश दिया शासन स्तर से जैसे ही स्वीकृति मिलती है तत्काल कार्य प्रारम्भ करा कर समय से पूर्ण करें। उन्होंने आगामी महीनों में तालाबों और पोखरों को भरे जाने के सम्बन्ध में अधीक्षण अभियन्ता नलकूप को निर्देश दिया कि चिन्हित तालाबों और पोखरों को भरे जाने की कार्यवाही समय से पूर्ण हो जानी चाहिए। किसी भी दोष के कारण ट्यूबवेल बन्द होने की किसी भी संभावना को पहले ही दूर कर लिया जाय। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि मण्डल के तीनों जनपदों में घाघरा एवं गंगा नदी तथा तटबन्धों के बीच पड़ने वाले गांवों की स्थिति का पुनः अवलोकन कर लें ताकि बाढ़ आने की दश में उन्हें सुरक्षित स्थान पर सकुशल लाया जा सके। इसी क्रम में उन्होंने लघु सिंचाई विभाग के अधिशसी अभियन्ता को निर्देशित किया कि निःशुल्क बोरिंग का कार्य यदि कहीं अधूरा हो तो उसे तत्काल पूरा करायें। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त हरिश्चन्द्र वर्मा, अधीक्षण अभियन्ता चतुर्दशम मण्डल सिंचाई लवकुश सिंह, अधीक्षण अभियन्ता नलकूप शैलेन्द्र कुमार, अधीक्षण अभियन्ता ड्रेनेज मण्डल बलिया अजय कुमार राय, तीनों जनपद के अधिशासी अभियन्ता नलकूप, एसएसके-32 व 23 के अधिशासी अभियन्तागण सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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