आजमगढ़ : बस्ती जिला निवासी दो एजेंटों के जरिए मलेशिया में नौकरी करने गए आजमगढ़ के पांच व्यक्तियों के पासपोर्ट छीन बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। दोनों एजेंट सगे भाई हैं और पांचों को मलेशिया भेजने के बदले 57 लाख रुपये लेने का आरोप है। परिजनों ने किसी तरह फंसे लोगों से जब संपर्क साधा तो समूचे प्रकरण की पोल खुली। आनन फानन में परिजन जिलाधिकारी के पास पहुंचे और वतन वापसी की गुहार लगाई है। जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उप सचिव (गृह वीजा) अनुभाग-4 उत्तर प्रदेश को पत्र भेजा है।
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि एजेंट जावेद अहमद एवं उनके भाई फिरोज अहमद अंसारी निवासी पोस्ट पुर्सिया थाना वाल्टनगंज, जिला बस्ती निवासी हैं। इनका ऑफिस न्यू गल्फ टूर्स एवं ट्रेवेल्स लबलई, इंदिरा डैम रोड निकट कांशीराम कालोनी गोमती नगर लखनऊ में स्थित है। दोनों एजेंट भाइयों ने 57 लाख रुपये लेकर जिले के पांच लोगों को 15 मार्च को मलेशिया भेजा था। पीड़ित परिजनों का कहना है कि मलेशिया पहुंचते ही डब्ल्यूआरपी कंपनी द्वारा उनके घर के लोगों का पासपोर्ट छीन कर भूखे-प्यासे रख बंधक बना लिया गया। बंधकों से कहा जाता है कि एजेंट कहेगा तभी पासपोर्ट दिया जाएगा। ऐसे में बंधकों के परिजन जब एजेंट की मोबाइल पर संपर्क करना चाहा तो फोन रिसीव नहीं हुआ। वहीं मलेशिया में किसी प्रकार से आपबीती बतायी तो परिजन उन्हें छुड़ाने का प्रयास शुरू किया।
इस मामले में एडीएम प्रशासन लवकुश त्रिपाठी ने बताया की पीड़ित परिवारों का प्रार्थना पत्र मिला है। इस संबंध समय से प्रभावी कार्रवाई हो सके के लिए उप सचिव (गृह वीजा) अनुभाग-4 उत्तर प्रदेश को पत्र भेजा गया है। प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता दी जाएगी। जिन लोगों के पासपोर्ट डब्ल्यूआरपी कंपनी द्वारा छीन लिए गए हैं उनमें प्रकाश यादव निवासी शाहकुंदनपुर तमौली, रानी की सराय, जीत यादव ग्राम कम्मरपुर थाना बरदह, अजय यादव निवासी ग्राम सेंधुरी, कम्मरपुर, थाना बरदह, जोगेंद्र यादव निवासी ग्राम कोलपुर कुसहां, फरीदुनपुर थाना निजामाबाद एवं देवेंद्र कुमार यादव निवासी खानजहांपुर बुटकिया,पलिया माफी थाना फूलपुर है ।

Blogger Comment
Facebook Comment