आजमगढ़: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत क्षय रोग नियत्रंण हेतु सक्रिय खोज अभियान 24 फरवरी से 10 मार्च तक चलाया जायेगा। यह जानकारी जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि भारत में क्षय रोग से प्रतिवर्ष क्षय रोग के कारण अनगिनत मौते होती है। यह एक संक्रमण वाली बीमारी है और एक क्षय रोगी 10 से 15 नये व्यक्तियों को संक्रमित करती है। राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत संक्रमण से बचाव हेतु क्षय रोग के संभावित लक्षणों वाले मरीजों के अतिशीघ्र खोज करने के उद्देश्य से एसीएफयानी सक्रिय खोज अभियान जनपद में 24 फरवरी से 10 मार्च तक चलाया जायेगा। जन सामान्य आबादी से छूटे हुए टीबी के मरीजों की खोजकर उनका अतिशीघ्र उपचार कर संक्रमण से बचाव किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुबारकपुर सठियांव, फूलपुर, पवई, लालगंज, रानी की सराय एवं आजमगढ़ नगर क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मियों, आशाओं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों स्वयं सेवी संस्थाओं एवं प्रशासन के सहयोग से चलेगा। यह कार्यक्रम जनपद की सम्पूर्ण आबादी के कम से कम 10 प्रतिशत करीब 5 लाख जनसंख्या आच्छादित होगी। इस अभियान में टीम के सदस्य घर-घर जाकर टीबी के संभावित लक्षण वालों के बलगम की जाँचकर उसी दिन रिपोर्ट की जायेगी।जिलाधिकारी बताया कि सक्रिय खोज अभियान के लिए 3 सदस्यीय 204 टीम गठित कर उन्हें प्रशिक्षित किया गया है साथ ही 42 पर्यवेक्षकों भी का प्रशिक्षण कार्यादेश है। इस बाबत 15 चिकित्साधिकारियों के प्रशिक्षण का कार्यादेश है।जिलाधिकारी ने लोगों से क्षय रोग के सक्रिय खोज अभियान में सहयोग की अपेक्षा की है।
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