आजमगढ़: फूलपुर तहसील क्षेत्र के तरकुलहा व निजामपुर गांव में 32 एकड़ सरकारी भूमि पर हुये अवैध कब्जे को लेकर एक बार फिर पुजारी राधेमोहन डीएम दरबार पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को कब्जे के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। डीएम ने एसओसी चकबंदी को अपने कार्यालय में बुलाकर जल्द से जल्द मामले का निस्तारण करने का निर्देश दिया। डीएम के निर्देश के बाद एसओसी ने पुजारी को एक माह के भीतर जांच कर अवैध कब्जा हटाये जाने का आश्वासन दिया। तरकुलहा और निजामपुर गांव के करीब 32 एकड़ भूमि पर क्षेत्र के ही रहने वाले एक पूर्व विधायक का अवैध रूप से कब्जा है। इस मामले को लेकर पुजारी राधेमोहन ने कई बार एसडीएम फूलपुर को शिकायती पत्र दिया। लेकिन कोई कार्यवाही न होने से पुजारी ने प्रदेश सरकार द्वारा गठित एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स के पोर्टल पर अवैध कब्जे के बाबत गुहार लगाया। इसके बाद तहसील प्रशासन हरकत में आया और जांच शुरू कर दी। इस दौरान मामला सही पाया गया। मामला सही होने के बाद भी मौके से अवैध कब्जा नही हटाया गया। इसी बीच पुजारी राधेमोहन को जान से मारने की धमकी मिलने लगी। पुजारी ने 31 जनवरी 2018 को मुख्यमंत्री को पत्रक भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाया। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने पुजारी को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी लिया। पुजारी ने बताया कि 32 एकड़ सरकारी भूमि पर हाईकोर्ट का स्टे है। इसके बाद भी 12 जनवरी 2015 को पूर्व विधायक ने सरकारी भूमि के गाटा संख्या 99, 173, 170च, 171घ को अपने स्कूल के नाम पर करा लिया जबकि मौके पर विद्यालय नहीं है। अन्य गाटों पर पूर्व विधायक के परिजनों का नाम है। पुजारी के बातों को सुनने के बाद जिलाधिकारी ने एसओसी को अपने कार्यालय में बुलाकर मामले का निस्तारण कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिया। एसओसी ने पुजारी को आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर जांच कर कागजों में हेराफेरी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी और सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जे को हटाया जायेगा। हनुमान मंदिर के पुजारी राधेमोहन ने कहा कि अगर तय समय में सरकारी भूमि से अवैध कब्जा नहीं हटाया गया तो मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।
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