आजमगढ़: हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश संयोजक से आहत होकर कार्यकर्ताओं ने अपने पदां से संयुक्त रूप से इस्तीफा दे दिया। मंगलवार को इसकी एक प्रति कार्यकर्ताओं ने मुख्य संरक्षक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व हियुवा प्रदेश कार्यालय पर भेज दिया है। सामूहिक रूप से अपने पद से इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने प्रदेश संयोजक पर शोषण किये जाने और संगठन से बाहर किये जाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कहाकि जब कोई भी कार्यकर्ता अपनी समस्या लेकर उनके पास जाता है तो वह समस्या सुनने के पहले पूछते है कि आपके मोहल्ले में कितने बच्चे विद्यालय जाते है, कितने बच्चों को आप हमारे विद्यालय में पढ़ने को भेजते है। द्वेष की भावना से वह हियुवा कार्यकर्ताओं के विरोध में पैरवी भी करते है। सरकार की मंशा के विपरीत कार्य करते हुए अपने पद का दुरूपयोग कर रहे है। आरोप यह भी है कि यह अपने निजी आवास में एक सरकारी चिकित्सक को भी बैठाते हैं। एक ही जमींन पर तीन विद्यालयों का संचालन करते है। अगर इस मामले की जांच हुई तो साफ छवि की प्रदेश सरकार पर धब्बा लगने में देर नहीं लगेगी। इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को भेजे गये प्रति में प्रदेश संयोजक पर यह भी आरोप लगाया है कि उनके द्वारा पूर्व में एक सरकारी भवन का निर्माण कराया जा रहा था जिसकी गुणवत्ता खराब होने पर भवन का बारजा गिर गया इस घटना में एक बच्ची की भी मौत हो गयी थी। जिसका मुकदमा भी न्यायालय में चल रहा है। आगे आरोप लगाया की प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी बताकर ठेकेदारों को काम दिलवाने के नाम पर धनउगाही करते है। जब जब हियुवा कार्यकर्ता किसी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ जांच के लिए प्रार्थना पत्र देते है तो अधिकारियों को शरण देकर उनके मशीहा बनते है। इस अवसर पर रामसकल चैहान, सौरभ गुप्ता, बृजेश चैहान, दीपक चैहान, धर्मेन्द्र चैहान, सत्यम, रामहरी चैहान, अरूण शर्मा, अजय शर्मा, राजेश मौर्या, अतुल कुमार, मोनू विश्वकर्मा, बादल, अमन, अजय मौर्या, रामजीत, राहुल मिश्रा, प्रदीप यादव, प्रमोद चैहान, चुनमुन, मनोज यादव, संतोष, रामसमुझ, रूद्र प्रताप पाण्डेय, आदि कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया।
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