आजमगढ़ : नगर पालिका परिषद मुबारकपुर के कार्यालय में मंगलवार की अपरान्ह उस समय हड़कम्प मच गया जब अचानक कार्यालय पहुँची अधिशासी अधिकारी ने कंप्यूटर कार्यालय के सभी यूपीएस ,सीपीयू और पेन ड्राइव को अपने कब्जे में लेकर अपने चेंबर में रखकर ताला बंद कर दिया और सूचना पाकर वहाँ पहुँचे चेयरमैन करीमुन्निसा के प्रतिनिधि व सभासद हाजी अब्दुल मजीद अंसारी सहित आधा दर्जन सभासदों ने मंगलवार को एक और ताला जड़ दिया । जानकारी के अनुसार नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष करीमुन्निसा सहित सभासदों ने अधिशासी अधिकारी प्रतिभा सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 12 दिसम्बर को हुए शपथ ग्रहण के पश्चात् नव निर्वाचित चेयरमैन के हस्ताक्षर के संबंध में 23 दिसंबर को शासनादेश जारी हुआ जिसमें नव निर्वाचित चेयरमैन का हस्ताक्षर बैंक में भेजने का आदेश था लेकिन वरिष्ठ लिपिक व ई ओ द्वारा उक्त शासनादेश को छुपा लिया गया और पूर्व में हुए सभी कार्य चाहे वह निर्माण संबंधी हो या अन्य सभी कार्य ई ओ व वरिष्ठ लिपिक के संयुक्त हस्ताक्षर से कराते रहे। बीते 1 जनवरी को किसी सूत्र से निर्वाचित चेयरमैन को शासनादेश के संबंध में जानकारी हुई तो कार्यालय पहुंचकर चेयरमैन प्रतिनिधि हाजी अब्दुल मजीद अंसारी ने पूछताछ की थी तब उन्हें शासनादेश के बारे में बताया गया और मंगलवार को चेयरमैन का हस्ताक्षर बैंक भेजा गया। आरोप है की इसकी जानकारी होने पर ईओ प्रतिभा सिंह ने मंगलवार को कार्यालय पहुंचकर कंप्यूटर कक्ष में काम कर रहे आपरेटर मोहम्मद नईम व ग़ज़ नफर को कार्यालय से हटने को कहा और सभी सी पी यू और पेन ड्राइव को अपने कब्जे में लेकर अपने चेंबर में रखकर ताला बंद कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर चेयरमैन प्रतिनिधि हाजी अब्दुल मजीद अंसारी व सभासद, इरफान अहमद,अरशद जमाल, गुलाम रसूल सामानी अहमद आदि ने कार्यालय पहुँच कर वहाँ एक और ताला जड़ दिया । साथ ही उन लोगों ने उन सी पी यू और पेन ड्राइव में आखिर क्या है और चेयरमैन के हस्ताक्षर बैंक भेजने संबंधी शासनादेश को क्यों छुपाया गया इसकी जांच की मांग भी कर दी है ।
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