अतरौलिया (आजमगढ़) : स्थानीय थाने के समीप पुरवा गांव निवासी तरुण सिंह की हत्या के मामले में आखिरकार पुलिस को कामयाबी मिल ही गई। पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने हत्या का जुर्म कुबूल भी किया है। दोनों को संबंधित धारा में जेल भेज दिया गया। अतरौलिया थाना क्षेत्र के पुरवा गांव निवासी तरुण सिंह की शुक्रवार की रात अज्ञात लोंगों द्वारा थाने के समीप ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के मामले में पुलिस द्वारा परिवार व ग्रामीणों पर शक की सुई डोल रही थी। पुलिस अधीक्षक अजय साहनी के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक शिशिर त्रिवेदी उपनिरीक्षक गिरिजेश यादव सहित पुलिस मुकदमा दर्ज कर अज्ञात हमलावरों की पड़ताल में जुट गई। इसी बीच सोमवार की भोर पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि तरुण हत्याकांड के आरोपी सम्मो माता मंदिर के पास मौजूद हैं। पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और बताए गए स्थान पर जा धमकी। इस दौरान गांव के ही विकास सिंह व अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी शिशिर त्रिवेदी ने बताया कि मामले की पुलिस विवेचना के दौरान पता चला कि मृतक तरुण दबंग झगड़ालू प्रवृत्ति का व्यक्ति था। इसकी अपने गांव के किसी भी व्यक्ति से नहीं पटती थी। वह ट्रक चालक भी था लेकिन कोई भी ट्रक मालिक इसके स्वभाव के कारण अपने पास नौकरी पर नहीं रखता था। शराब का आदी होने के कारण इसकी पत्नी शादी के दस दिनों के अंदर ही इसे छोड़ कर अपने मायके चली गई थी। उन्होंने बताया कि घटना से एक माह पूर्व तरुण ने पट्टीदार पूर्वप्रधान राणाप्रताप सिंह के स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ की थी। इस दौरान विरोध करने पर राणा व उसके पुत्रों को मारपीट कर घायल भी कर दिया था। पूछताछ के दौरान आरोपी विकास सिंह ने यह स्वीकार किया कि तरुण की इन हरकतों से वह अत्यंत भयभीत था। इसीलिए उसने अपने दोस्त अर्जुन के साथ मिलकर ऐसा कदम उठाया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ में उसने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए अंबेडकर नगर जनपद के जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के गुलहरिया निवासी पप्पू सिंह को भी मदद के लिए साथ में बुलाया गया था। पुलिस ने विकास व अर्जुन ¨को गिरफ्तार कर लिया है और पप्पू सिंह की तलाश की जा रही है।
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