आजमगढ़ : विजया दशमी पर शनिवार की देर रात तक मेले में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की भीड़ रही वहीं रविवार की भोर तक शहर क्षेत्र में स्थापित छह प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से किया गया। हालांकि हाईकोर्ट के सलाह के बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से इस बार भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। नतीजा तमसा नदी में ही पुरानी परंपरा के अनुसार ही विसर्जन किया गया। शहरी क्षेत्र में कुल 73 स्थानों पर पूजा समितियों द्वारा पूजा पंडालों में दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। मेला समाप्त होने के बाद रविवार की भोर में छह स्थानों से दुर्गा प्रतिमाओं को पूजा-पाठ के बाद फूल-माला से सजे वाहनों पर स्थापित किया गया। इसके बाद गाजे-बाजे के साथ प्रतिमाएं सिधारी नया पुल के पास ले जाई गईं जहां एक बार पुन: पूजन कर अंतिम विदाई दी गई। उधर, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए शहर कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह सहित काफी संख्या में फोर्स लगी रही। जबकि सिधारी क्षेत्र में स्थापित कुल छह प्रतिमाओं में एक का भी विसर्जन नहीं हुआ, जो दूसरे दिनों में विसर्जित की जाएंगी।
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