आजमगढ़ : मोहम्मदपुर विकासखंड के रानीपुर रजमो गांव पूरी तरह से जलजमाव की चपेट में है। वहां कई घरों में पानी घुस गया है, लेकिन शनिवार को हुयी तेज बारिश के कारण लोगों के सब्र का बांध जब टूटने लगा तो सभी ने एक दूसरे से सहयोग की भावना का परिचय देते हुए आगे बढ़ते हुए समस्या का हल निकालने का गंभीर प्रयास किया। बिंद्रा बाजार के स्थानीय लोगों ने यह देखा कि जलभराव और बारिश के चलते अब गांव डूबने से कोई रोक नहीं सकता और सरकारी व्यवस्था लुंज-पुंज दिखाई दे रही थी। किसी भी अधिकारी को इस गांव की चिंता नहीं दिखाई दे रही है साथ ही आशंका है की फोरलेन निर्माण हो जाने पर गांव पूरी तरह डूब जाएगा। क्योंकि वहां पानी की निकासी के लिए किसी प्रकार की बड़ी व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही है। चकबंदी विभाग के द्वारा बाहा (नाले ) के लिए जमीन दिया गया, वही दो दो बाहा होने के बावजूद भी अब तक किसी भी बाहा की खुदाई नहीं हो पाई। जिसके कारण पूरा गांव डूबने की कगार पर है। ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की की अभी तो फोरलेन का निर्माण शुरू हुआ है जिस दिन फोरलेन पूर्ण रुप से बन जाएगा , तब पानी इस पार से उस पार नहीं जाएगा और ना ही बाहा की खुदाई होगी तब तो स्थित और भयानक नजर आने लगेगी। लेकिन शनिवार को स्थानीय नागरिक अभिषेक उपाध्याय के नेतृत्व में ग्रामीणों ने फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रमेश व अमित सिंह से सहयोग देने की बात किया गया और उनसे बाहा की पुलिया साफ करने के लिए जेसीबी मशीन की मांग की गई। जिस पर वह लोग गांव के हित को देखते हुए लगभग 2 घंटे के लिए जेसीबी मशीन दिए जिससे पुलिया को साफ किया गया। परिणाम स्वरूप थोड़ा पानी निकलना शुरू हुआ। मौके पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे और स्थानीय लोगों ने इस सहयोग के लिए फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी गायत्री प्रोजेक्ट को धन्यवाद भी दिया।
Blogger Comment
Facebook Comment