आजमगढ़। 'राखी हर साल कहेले सवनवां में,भइया बहिनी के रखिहा एकदम मनवा में' सोशल मीडिया पर चल रहा यह गीत लोगों को अंदर से भाव.विभोर कर दे रहा है। यही नहीं वीडियो को इतनी करीने से पेश किया जा रहा है कि हर भाई अपनी बहन के बारे में सोचने को मजबूर हो जा रहा है। इस तरह के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर प्रतिदिन घूम रहे हैं। ऐसा हो क्यों न जब पवित्र रक्षाबंधन का त्यौहार सामने है । वैसे तो इस त्यौहार की तैयारियों पूरी हैं और तमाम बाजारों में राखी की दुकानों की सजावट भरपूर हैं। विभिन्न प्रकार की राखियां लोगों को अपनी ओर आर्किषत कर रही हैं। दूरदराज रहने वाले भाइयों को बहनो ने राखी खरीद कर रजिस्ट्री व कोरियर के द्वारा भेज दिया है । शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से राखी की दुकानें सज गई हैं। रविवार की देर रात तक बहनों ने जमकर राखी की खरीददारी किया। दस रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक की राखियां उपलब्ध थीं। यही नहीं सराफा की दुकानों पर भाइयों के लिए विशेष तोहफे के रूप में राखियां सजाई गई है जिसकी खरीददारी बहनो व भाईयों ने किया। सबसे ज्यादा नग वाली राखियों को पसंद किया जा रहा है। खासकर बहनें और आम जनमानस चाइनीज राखियों का पूरी तरह बहिष्कार कर रही हैं। चाइनीज राखियों की तरफ लोगों का झुकाव कम हैं। फिर भी राखियों की खरीददारी तेजी से चल रही है है। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर चाइनीज राखियों का जमकर विरोध किया जा रहा है। वाट्सअप व फेसबुक पर पूरी तरह से चाइनीज राखियों को न बांधने का आह्वान बहनों से किया जा रहा है। सरकार की तरफ से राखी के दिन रोडवेज की यात्रा महिलाओं के लिए फ्री कर देने की वजह से बहनों में गजब का उत्साह है। अब भीड़ का रुख मिठाई और फल की दुकानों की तरफ हो रहा है।
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