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शहीद स्मारक होर्डिंग से ढकने के खिलाफ हिंदू महासंघ ने किया प्रदर्शन,पुलिस ने हटवाया

जीयनपुर:  आजमगढ:  इसे शहीदों का अपमान कहे या फिर समाज का प्रबुद्ध कहे जाने वालो की नामसमझी  लेकिन आजमगढ़ कारगिल शहीद के शहादत दिवस के पहले जो कुछ हुआ उसे लेकर आम आदमी ने नाराजगी साफ दिख रही है। कारगिल शहीद की शहादत पर आयोजित समारोह में खुद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश पहुंच रहे हैं लेकिन उन्‍हीं की पार्टी के लोग शहीद स्‍मारक में लगी तीन शहीदों की प्रतिमाओं के चारो तरफ पूर्व सीएम के स्वागत का पोस्‍टर लगा कर अपमान करने में कोई गुरेज नहीं किया। यह कार्य रौनापार थाने के सामने हुआ लेकिन पुलिस तब जागी जब विश्‍व हिंदू महासंघ ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सगड़ी तहसील क्षेत्र के नत्‍थूपुर गांव निवासी रामसमुझ यादव कारगिल में दुश्‍मनों से लड़ते हुए शहीद हुए थे। सरकार द्वारा इन्‍हें शहीद का दर्जा दिया गया है। इसके अलावा इसी गांव के रमेश यादव 11 अगस्‍त 1999 को आपरेशन रिन्‍हों आसाम और सपहा पाठक गांव निवासी गुलाब पटेल 25 अगस्‍त 1999 को कश्‍मीर में आपरेशन रक्षक के दौरान दुश्‍मनों से लड़ते हुए शहीद हुए।
17 मई 2005 पूर्व मुख्‍यमंत्री राजनाथ सिंह ने रौनापार में थाने के सामने शहीद स्‍मारक का लोकापर्ण किया था। यहां तीनों शहीदों की प्रतिमा एक साथ लगाई गई है। आम आदमी में शहीदों के प्रति कितना सम्‍मान है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि स्‍मारक की साफ सपाई लोग स्‍वयं करते है। गर्मी में यहां विश्‍व हिंदू महासंघ द्वारा द्वारा प्‍याऊ भी लगाया गया है।
राम समुझ की शहादत पर हर साल तीस अगस्‍त को शहीद मेले का आयोजन होता है। इस बार आयोजित समारोह में पूर्व सीएम अखिलेश यादव शिरकत कर रहे है। वे नत्‍थूपुर में बनी शहीद प्रतिमा का अनावरण करेंगे साथ ही पूर्वांचल के शहीदों के परिवार के लोगों को सम्‍मानित भी करेंगे। लेकिन राजनीतिक दल के लोग शहीदों का कितना सम्‍मान करते है इसकी बानगी रौनापार थाने के सामने बने शहीद स्‍मारक में देखी जा सकती है।
यहां सपा के ही नेता ने शहीद राम समुझ यादव, रमेश यादव व गुलाब पटेल की प्रतिमा को पूरी तरह से होर्डिंग से ढंक दिया था । अहम बात है कि पुलिस को भी कई दिन तक इसका एहसास नहीं हुआ। रविवार की देर शाम जब विश्‍व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ता हरैया ब्‍लाक के अध्‍यक्ष आशीष गुप्‍ता के नेतृत्‍व में वहां पहुंचे और शहीदों का अपमान बताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो पुलिस जाग गई और होर्डिंग को हटवाया गया। इस दौरान आशीष सिंह, आशीष तिवारी, चंद्रकांत सरोज, विश्‍वजीत सिंह, प्रवीण गुप्‍ता, संजय पटेल, राजेश यादव उपसिथत थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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