आजमगढ़ : कांग्रेस पार्टी के जन आंदोलन के आह्वान पर बुधवार को क्रांति दिवस पर जन समस्याओं को लेकर बुधवार को कांग्रेसी कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर आए। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं के कलक्ट्रेट चौराहे पर जाम लगाए जाने पर पुलिस ने रोक दिया। बीच चौराहे पर धरने पर अड़े नेताओं को पुलिस ने शांति भंग की आशंका पर गिरफ्तार कर बगल में मेहता पार्क में लाया, जहां लगभग तीन घंटे तक बैठाने के बाद निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनाकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से 12 सूत्री मांगों के समर्थन में राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस जन आंदोलन के आह्वान पर बिजली, किसानों की कर्जमाफी, कानून व्यवस्था, महंगाई, जीएसटी आदि मुद्दों को लेकर बुधवार को लगभग 12 बजे कांग्रेस जिला कार्यालय से कांग्रेसियों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जुलूस निकाला। गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए प्रदर्शनकारी कलक्ट्रेट चौराहे पर पहुंचे, जहां धरने पर बैठ गए। रोड जाम होने पर पुलिस ने शांति भंग होने की आशंका पर गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए बगल में मेहता पार्क में लाया, जहां पुन: कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस ने लगभग तीन घंटे तक मेहता पार्क में बैठाए रखा। लगभग चार बजे जिला प्रशासन के माध्यम से 12 सूत्री मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा। तक कहीं जाकर निजी मुचलके पर पुलिस ने सभी को रिहा करने की घोषणा की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह ने कहा कि आज ही के दिन कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज्य की कल्पना करते हुए भारत छोड़ों का नारा दिया था। इस पर पूरे देश का जनमानस आंदोलित हो उठा था और देश को आजाद करा कर ही आंदोलन शांत हुआ था। कांग्रेस जन आंदोलन के प्रदेश सह प्रभारी रामअवध यादव ने कहा कि आज देश के अंदर केंद्र व प्रदेश की सरकार जनसमस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। किसान, मजदूर, युवा सभी परेशान हैं। ऐसे में कांग्रेस जन जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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