आजमगढ़। भारत रक्षा दल के तत्वावधान में मंगलवार को वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानन्द जी की 115 वीं पूण्यतिथि उनकी विवेकानन्द चैराहा (चर्च चैराहा) स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा पूर्वक मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष उमेष सिंह एवं संचालन निषीथ रंजन तिवारी ने किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संगठन के मण्डल अध्यक्ष मोहम्मद अफजल ने कहा कि हमरी युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों और कर्मो से प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वामी विवेकानन्द जी का वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होनें अमेरिका स्थित शिकागो में सन 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया और अपने सम्बोधन से विश्व को आश्चर्य चकित कर दिया था । अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष उमेष सिंह ने बताया कि भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द जी के कुशल वक्ता होने के कारण ही पहुंचा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मनीष, कृष्ण, साहिल, आषीष मिश्रा, केशव प्रसाद, सोनू, धर्मवीर विष्वकर्मा, गोपाल प्रसाद, आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर भारत रक्षा दल के कार्यकर्ता जब विवेकानन्द चौक पर स्थित स्वामी विवेकानन्द जी के प्रतिमा स्थल पर पहुचे तो वहां नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता नजर आयी। पार्क के आस-पास गन्दगी का अम्बार लगा हुआ था साथ ही पार्क के गेट में ताला लटक रहा था किसी तरह पार्क में प्रवेश कर स्वामी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। नगर पालिका परिषद के इस कृत्य की उपस्थित लोगों ने घोर निन्दा की।
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