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श्रावण मास मे भगवान परशुराम ने शुरू की थी कांवर से जल लाने की परम्परा:रामकृष्ण

आजमगढ़। श्रावण मास की शुरूआत होते ही एक तरफ श्लोक से जहां बाबाधाम जाने वाले हजारों कावरियों की जत्था लगातार रवाना हो रहा है। श्रावण मास के पहले सोमवार से शुरू हुआ भगवान् भोलेनाथ के दर्शन पूजन का सिलसिला जारी है। श्रावण मास के पहले सोमवार को ही जहां ब्रम्हस्थान स्थित शिवालयों पर श्रद्धालुओं की शक्तिस्वर महादेव (करतारपुर कुटी) पर अच्छी-खासी भीड़  उमड़ने लगी थी, सुबह से श्रावण मास के पवित्र मास कांवरियों की बाबाधाम व बाबा विश्वनाथ धाम जाने का सिलसिला लगातार जारी है। करतारपुर कुटी (ब्रहमस्थान) के महन्त श्री श्री 1008 श्री रामकृष्ण दास जी महाराज ने बताया कि भगवान शंकर की विरह में सती की विचित्र दशा हो गयी वे दिन रात शिवलिंग का निर्माण कर ध्यान करती थी । कठिन से कठिन तपस्या करने के बाद जब शिव प्रसन्न नहीं हए तब श्रावण मास में सोमवार के दिन सें ऊँचे शिखर को  कर बैठ गयी। इसलिए गौरी शिखर के नाम से प्रसिद्ध हुआ। श्री श्री 1008 श्री रामकृष्णदास ने बताया कि सती पार्वती को पिता हिमालय राज ने मना किया जिसमें उनका नाम उमा पड़ा। फल का आहार से किया अर्पणा पड़ा। 3 हजार के कठोर तपस्या से अन्त में भगवान आशुतोष का आसन हिलने लगा और असील रूप में पार्वती के सामने प्रकट हुए। वह भी दिन सोमवार था। भगवान शंकर को पाणिग्रहण वरदान दिये वह  भी दिन सोमवार था। श्री रामकृष्ण दास जी महाराज ने बताया कि जो कुंवारी कन्याएं मनवांक्षित पति की इच्छा करती है। उन्हें सोमवार व्रत रखकर पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर सोमवार के दिन से संकल्प लेकर गंगाजल से स्नान करे बेलपात्र, कटकटिया, भटकइया, चिड़चिड़ा धतुरा एवं शफी के फूलपत्ते से विधिवत पूजा करना चाहिए। मनवांक्षित कामना पूरी होती है तथा मृत्युपरान्त उसे शिवपुरी प्राप्त होती है। श्री महराज ने बताया कि चातुर्मास मते जब भगवान विष्णु शयन में आते हैं तो भगवान शिव सोमवार के दिन से तीनों लोकों की सत्ता संभालते है। अक्सर लोग बातचीत करते हैं कि इस परम्परा की शुरूआत किसने किया था। श्री स्वामी जी ने बताया कि राजा जनक एवं भगवान परशुराम ने सर्वप्रथम कांवर से जलभरकर भगवान शिव के जलाभिषेक किया था। इस अवसर पर सन्तोषदास जी महाराज, गुजरात बाता बालकदास पं0 गोविन्द शास्त्री, गुडडू सिंह,सन्तोष शर्मा, प्रभुनाथ सिंह, राजेन्द्र मौर्य, रामनाथ मिश्रा, रमाकान्त सिंह एव ब्रहम सिंह उपस्थित थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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