आजमगढ़। प्रेस छायाकार हरीश कुमार चौहान के समर्थन में शनिवार को पत्रकारों ने पुलिस कप्तान से मुलाकातकी और पत्रक सौंपकर फर्जी मुकदमें में फँसाने की साजिश से प्रताड़ित न किये जाने का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि छायाकार हरीश कुमार चौहान सिधारी थाना क्षेत्र के परानापुर ग्राम के राजू सेठ आदि 9 लोगों के जत्थे में झारखण्ड स्थित बाबा धाम जलाभिषेक करने गया था। साथ में चल रहा दीपक उर्फ बब्लू जत्था छोड़ अलग हो गया। काँवरिया जत्थे ने उसके मोबाईल पर सम्पर्क करना चाहा सम्पर्क नहीं हुआ। खोया पाया कन्ट्रोल रूप पर दीपक का नाम पता की जानकारी देकर एनाउन्स भी कराया गया परन्तु उसका पता नहीं चला, फिर आगे बासुकी नाथ पर एनाउन्स कराया तो भी कोई लाबह नहीं मिला। पूरे दिन रात तलाश किया परन्तु उसका पता हीं चला। मजबूर जत्था वापस चला आया 28 जुलाई को थानाध्यक्ष सिधारी द्वारा हरीश कुमार चौहान को थाने पर बुलाकर 6 घण्टे बैठाया गया तथा यह धमकी देकर छोड़ा गया कि पांच दिन के अन्दर गायब दीपक को खोजकर नहीं लाओगे तो तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जायेगा। छायाकार हरीश कुमार चौहान का कहना है दीपक के गुमशुदगी प्रकरण से कोई लेना देना नहीं काँवरियों के जत्थे में 9 लोग शामिल थे परन्तु इस प्रकरण में मुझे फँसाये जाने की साजिश हो सकती है क्योंकि वह एक सम्मानित सामाजिक व्यक्ति व पूर्व ग्राम प्रधान है साथ ही राष्ट्रिय दैनिक का छायाकार है । पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक से प्रकरण की गहनता से जाँच कर कार्यवाही करने व प्रेस छायाकार हरीश कुमार चौहान को अनावश्यक परेशान न किये जाने का आग्रह किया है।
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