आजमगढ़:केंद्रीय होमियोपैथिक परिषद के सदस्य डा. भक्तवत्सल ने कहा कि होमियोपैथिक चिकित्सा विधा के जनक डा.सैमुअल हैनीमन का नाम इतिहास में सदैव स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज रहेगा। उन्होंने वर्षों के कठिन परिश्रम एवं सतत अनुसंधान से समानता के सिद्धांत पर आधारित होमियोपैथी रूपी चिकित्सा पद्धति का आविष्कार कर पूरे विश्व को एक अमोद्य अस्त्र प्रदान किया है। इसके द्वारा असाध्य रोगों का इलाज भी सरलतापूर्वक किया जा सकता है। उनके इस कृत्य के लिए संपूर्ण मानव समाज सदैव ऋणी रहेगा। वह होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन आफ इंडिया एवं जनपद होमियोपैथिक चिकित्सा परिषद द्वारा खत्री टोला में आयोजित डा.हैनिमन के परिनिर्वाण दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राजकीय होमियोपैथिक कालेज में संविदा पर प्रवक्ता की नियुक्ति का जो निर्णय लिया है उसका हम स्वागत करते है। आशा ही नहीं विश्वास है कि आगामी सत्र में जिन होमियोपैथिक मेडिकल कालेजों में प्रवेश पर केद्रीय होमियोपैथी परिषद के मानकों को पूरा न करने के कारण रोक लग गई थी उन कालेजो में मानक को पूरा कर शिक्षा व्यवस्था को सरकार बहाल करायेगी।
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