आजमगढ : रानी की सराय थाना क्षेत्र के चकमेउवां गांव में बीते रविवार को हुई दो चिकित्सकों की हत्या के माले में पुलिस को बड़ी कामियाबी मिली है। पुलिस टीम ने घटना में शामिल मुख्य आरोपी सहित 7 इनामी आरोपिया को बेलइसा चौराहे के पास से गिरफतार कर उनके कब्जे से राइफल, दो बन्दूक, व लाठी-डंडा, राड इत्यादि बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक ने दावा किया कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर घटना के असल कारणों का पता लगाया जायेगा। शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया की रविवार को कोटे और चुनावी रंजिश के चलते रानी की सराय थाना क्षेत्र में चकमेउवां गांव में दो चिकित्सको की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी थी । इस घटना में 7 नामजद और 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। घटना के शामिल आरोपियों की गिरफतारी के लिए पुलिस की कई टीमों के साथ स्वाट टीम को भी लगाया था। जिसमें घटना के दूसरे दिन ही 4 अरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि फरार मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान राजेन्द्र यादव के उपर 12 हजार और अन्य 6 आरोपियों के खिलाफ पांच-पांच हजार रूप्ये का इनाम घोषित किया गया था। शुक्रवार को स्वाट टीम और पुलिस के संयुक्त प्रयास से बेलइसा चैराहे के समीप मुख्य आरोपी राजेन्द्र यादव, अमरेज यादव उर्फ गब्बर, जितेन्द्र यादव, सतपाल यादव उर्फ लालू, बबलू यादव उर्फ कृपाशंकर, अशोक यादव उर्फ करिया, मोनू यादव उर्फ अरूण को गिरफतार कर उनकी निशानीदेही पर हत्या में प्रयुक्त रायफल, दो बन्दूक, लाठी-डंडा, राॅड सहित 7 आला कत्ल के सामना बरामद हुए है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल सभी 11 अरोपियों को गिरफतार कर लिया गया है। घटना का कारण प्रथम दृष्टयां सरकारी राशन की दुकान का कोटा और चुनावी रंजिश है। लेकिन आरोपियों को रिमांड पर लेकर इनसे पूछताछ की जायेगी। एसपी ने बताया कि राजेंद्र यादव गांव का प्रधान है। उसका गांव के सुदर्शन चौहान से कोटे का विवाद चलता था। पूर्व में भी कई बार यह दोनों आमने-सामने हो चुके थे। 28 मई की रात सुदर्शन चौहान अपने भतीजे राजू चौहान और पड़ोसी मुन्नीलाल चौहान के साथ रानी की सराय बाजार से घर लौट रहा था। यह तीनों अलग-अलग बाइक से थे। तीनों लोग गांव के बाहर पोखरे पर बाइक रोककर शौच कर रहे थे। तभी राजेंद्र आदि ने हमला बोल दिया और लाठी-डंडे और ईंट से पीट पीटकर सुदर्शन और मुन्नीलाल की हत्या कर दी। जबकि राजू का शहर के प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटनास्थल गांव के नजदीक होने से लोग पहुंच गए। भीड़ देख आरोपी फायर करते हुए भाग गए। घटना के संबंध में राजेंद्र यादव सहित 13 लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी ।
Blogger Comment
Facebook Comment