अमिलो/आजमगढ़। नगर पालिका परिषद मुबारकपुर की सब्जी मंडी में मुस्लिम समुदाय का कदम रसूल स्थित है। जिस पर मोहर्रम, चेहल्लुम आदि अवसरों पर मुस्लिम समुदाय के लोग मातम एवं नोहा खानी करते हैं। कदम रसूल से लगभग पंद्रह मीटर उत्तर सुभाष पुत्र मंगल चंद व गोपाल पुत्र रामचंदर की दुकान है जिस पर लम्बे समय से एक मिठाई तथा दूसरा रेडीमेड की दुकान करता है। इन दोनों की दुकानें एक गुमटी में संचालित होती थी लगभग डेढ़ साल पूर्व वर्षा के कारण उनकी गुमटी सड़ गई थी। आर्थिक तंगी के कारण यह तत्काल गुमटी नहीं बनवा सके और एक चौकी रखकर दुकान संचालित करते थे। ज्ञातव्य हो कि नगर पालिका परिषद मुबारकपुर द्वारा वर्ष 2005 में इन्ही की दुकान 11/6 फुट आवंटित है। इधर लगभग पांच दिन पूर्व वहां पुन: गुमटी बनवाकर रख दिया था जिससे शिया समुदाय के वर्तमान एवम तत्कालीन सभासद अपनी जमात के माध्यम से नगरपालिका परिषद के एक चपरासी को अपनी साजिश में लिए और उसने अधिशासी अधिकारी को गुमराह किया और उन्हें साथ लेकर शिया समुदाय के लोगो के साथ मौके पर गया और नियत स्थान से गुमटी को हटवा दिया। जबकि पालिका प्रशासन द्वारा ही पीड़ित को उक्त जमीन आवंटित की गई है इस मामले को लेकर पालिका प्रशासन द्वारा एक तरफा कार्यवाही कर देने से हिन्दू समुदाय भी आक्रोशित हो गया था और दो दिन पूर्व हिन्दू समुदाय के लोग अधिशासी अधिकारी का घेराव किये। किन्तु पालिका प्रशासन द्वारा कोई रूचि नही ली गयी जिसके चलते दोनो समूहों में तना तनी की स्थिति उत्पन्न हो गई। पीड़ित पक्ष के लोगों द्वारा मामले को ऊपर की अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया साथ ही विपक्ष भी उन अधिकारियों के यहां जाकर अपनी बात बताकर गुमराह करते रहे। फिलहाल जो भी हो प्रशासन हर बिन्दु की गहनता से जांच कर रहा है। वही शनिवार को थाने पर समाधान दिवस होने एवं कस्बे में गुमटी रखने के मामले को लेकर दो समुदायों में चल रही तनातनी के मद्देनजर जिलाधिकारी चद्रभूषण सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी शनिवार को लगभग 11बजे मुबारकपुर थाने पहुँचे जहाँ समाधान दिवस होने तथा गुमटी प्रकरण को लेकर दोनों समुदायों के लोगो की काफी भीड़ थी। उपजिलाधिकारी सदर एव पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर द्वारा मौके की स्थलीय जांच करके दोनों अधिकारियों को प्रकरण की वास्तविकता बताई जा रही थी कि इसी बीच मंडल आयुक्त नीलम अहलावत एवं उप पुलिस महा निरीक्षक मंडल उदयशंकर जायसवाल के आने से वैसे ही सारे अधिकारी हड़बड़ा गए और सावधान हो गए । इस बीच दोनों अधिकारियों की गाड़ी थाना कैंपस में पहुंची और दोनों अधिकारियों की गाड़ी से उतरते ही सारे अधिकारी एवं उपस्थित लोग उनके स्वागत में खड़े हो गए मामले को संज्ञान में लेते हुए उच्च दोनों अधिकारियों ने एक पक्ष द्वारा की जा रही ज्यादती को देखते हुए फटकार लगाई तथा उप जिलाधिकारी सदर एवं क्षेत्राधिकारी सदर ने मौके पर जाकर गुमटी को यथा स्थान पर ही रखवाने का आदेश दिया। सारे अधिकारियों के चले जाने के बाद पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पूरे थाने का निरीक्षण किया जिसमें कार्यालय की फाइलों का रख रखाव , भवन निर्माण, बंदीगृह का निरीक्षण, सीसी कैमरा आदि का निरीक्षण किया तत्पश्चात भंडार गृह गए वहां रसोईया द्वारा बनाई जा रही रोटी को देखकर काफी प्रभावित हुए और तत्काल प्रभारी निरीक्षक संतलाल यादव से 500 सौ रूपये अपने सामने रसोईया को इनाम दिलाया। भडारगृह में वाटर फिल्टर के पानी की आपूर्ति ना होने पर उन्होंने नाराजगी जताई साथ ही बगल में रखें जनरेटर को देकर स्वयं स्टार्ट करने लगे उनके द्वारा स्टार्ट न होने पर थाने का सिपाही गया और जनरेटर स्टार्ट किया, जिस पर उन्होंने संतोष जताया। अपने निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाने के बाहर को एवं थाना परिसर में बिना नंबर प्लेट की 10 बाइकों को देखा जिसमें एक पत्रकार एवं एक राजस्व निरीक्षक तथा कई पुलिस वालों की गाड़ियां भी सम्मिलित थी । राजस्व निरीक्षक की गाड़ी की पैरवी करने उप जिलाधिकारी सदर जब उपपुलिस महानिरीक्षक के यहां गए तो उन्होंने यह कहते हुए कि हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा और गाड़ी छोड़ने से इंकार कर दिया साथ ही यह भी कहा कि अपने कार्यालय से चलते समय में 10 गाड़ियों को सीज करने का लक्ष्य बनाया था जो मुबारकपुर थाने में ही पूरा हो गया।
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