आजमगढ़: परिवार की आजीविका चलाने के लिए घर पर पत्नी व दो बच्चों को छोड़ दिल्ली में रहकर कमाना पति के लिए भारी पड़ गया। दो बच्चों की मां ननिहाल आने जाने वाले नाबालिग भांजे को अपना दिल दे बैठी। दोनों के बीच अंतरंग संबंध स्थापित हुए और दोनों ने साथ जीने मरने की कसम खाते हुए न्यायालय और मंदिर में शादी रचा ली। दिल्ली से कमाकर घर लौटे पति को जब हक़ीक़त की जानकारी हुई तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। मामला थाने तक पहुंच गया लेकिन भांजे के प्यार में महिला उसके साथ रहने की जिद पर अड़ गई। न्यायालय से मिले शादी के प्रमाण पत्र को देख पुलिस को भी बैकफुट पर आना पड़ा। एक बार पुलिस ने प्रेमी की उम्र कम बताते हुए दोनों को समाज का भय दिखाया और उन्हें अलग करने का प्रयास किया, लेकिन प्रेमी युगल की जिद के आगे पुलिस भी बेबस हो गई। तरवां थाने में हुई पंचायत के बाद महिला अपने दो बच्चों के साथ पति बने भांजे के साथ चली गई। पत्नी की बेवफाई से आहत पति की समझ में कुछ नहीं आ रहा। बता दें कि तरवां क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले युवक की लगभग आठ वर्ष पूर्व शादी हुई थी। घर पर वृद्ध माता-पिता की देखभाल के लिए पत्नी व बच्चों को छोड़ युवक दिल्ली में रहकर कमाने लगा। उधर युवक के घर स्थित अपनी ननिहाल आने-जाने वाले भांजे से मामी की आंखें चार हो गई और दोनों में अंतरंग संबंध स्थापित हो गए। दोनों के बीच स्थापित संबंध के बारे में उनके परिजन अनभिज्ञ रहे। नतीजा रहा कि दोनों साथ जीने मरने की कसम खा बैठे। दो बच्चों की मां रही मामी प्रेमी भांजे के साथ रहने का मन बनाया और दोनों ने परिजनों की चोरी-छिपे न्यायालय में कोर्ट मैरिज कर ली। इतना ही नहीं दांपत्य जीवन को विधिवत प्रमाणित करने के लिए दोनों ने क्षेत्र के पल्हना धाम मंदिर में भी शादी रचाई और मंदिर समिति से शादी का प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। कुछ दिनों पूर्व जब महिला का पति दिल्ली से अपने घर लौटा तो उसे हकीकत की जानकारी हुई। शुक्रवार को मामला तरवां थाने पहुंच गया। पुलिस ने मामा-मामी और भांजे के साथ ही उनके परिजनों को भी थाने बुलाया। थाने में महिला दो बच्चों का मोह त्याग पति बने भांजे के साथ रहने की जिद पर अड़ गई। शनिवार को एक बार फिर पंचायत हुई। दोनों की जिद देख महिला के मायके वाले तथा युवक के परिजन भी बेबस हो गए। महिला के पति ने अपने दोनों बच्चों को साथ रखने की बात कही लेकिन बच्चे पिता के साथ जाने को तैयार नहीं हुए। ऐसे में वहां पंचायत में जुटे लोगों को निर्णय लेना पड़ा कि बच्चे समझदार होने तक अपनी मां के साथ रहेंगे। थाने में हुए लिखित समझौते के बाद महिला अपने दोनों बच्चों के साथ नए पति संग उसके घर चली गई। क्षेत्र में मामी-भांजे के प्यार और शादी की चर्चा जोरों पर रही।
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