आजमगढ़/शाहगढ़: गुरुवार की रात में अचानक तेज चमक व गरज के साथ आंधी और बरसात में शहर से लेकर शाहगढ़ व आस-पास के क्षेत्रों में कहीं बिजली का पोल उखडकर गिरा तो कहीं पेड़, तो कहीं डाल टूटी। जिससे व्यापक पैमाने पर क्षति हुई। परन्तु कोई जनहानि नही हुयी । आजमगढ़-मऊ मुख्य मार्ग पर शाहगढ़ में बिजली का खम्भा उखड गया और सड़क पर गिरने से मुख्य मार्ग कुछ घण्टों के लिये बाधित हो गया। बाद में ग्रामीणों के सहयोग से इसे हटवाया गया, तब जाकर मार्ग पर आवागमण शुरू हो सका । इसी क्रम में सरदारपुर राजपुत गांव में साबिरा बानो के मकान पर नींब का पुराना पेड़ गिरा जिससे मकान की चाहार दिवारी क्षतिग्रस्त हो गई। अगले क्रम में रौजा महलिया गांव में पूर्व प्रधान ओम प्रकाश यादव के घर के सामने विद्युत आपूर्ति हेतु लगाया गया विद्युत ट्रांसफार्मर पोल सहित उखडकर दूर जा गिरा। जिससे विद्युत आपूिर्त व्यवस्था पूरे क्षेत्र में चरमरा गई। इसी प्रकार कहीं डाल टूटी तो कहीं टिन शेड उडा। यह संयोग की बात है कि रात के समय कोई व्यक्ति इसमें जख़्मीं नही हुआ और न ही किसी के आहत होने की खबर है। वही शहर में महिला अस्पताल के पीछे वर्षो से जाम पड़े नाले का पानी ओवर फ्लो हो गया नाले का गंदा पानी मार्ग पर बहने लगा। नगर पालिका की लापरवाही से मुहल्ले के लोगो का जीना मुहाल हो गया। लोगो ने आरोप लगाया कि मातबरगंज सभासद से कई बार कहा गया लेकिन उनसे कोई लेना देना नही है। सीधे दूसरे पर पल्ला झाड़ लेते है। यही नही तत्कालीन जिलाधिकारी सुहास एलवाई को मुहल्ले के लोगो ने उनके आवास पर पत्र भी सौपा था लेकिन कोई दो वर्ष हो गये लेकिन कोई कार्रवाई नही हुयी । 2016 माह जून में जिलाधिकारी से महिला अस्पताल का निरीक्षण किया जिस उन्होने नगर पालिका ईआें को दो दिनों के अन्दर इस्टीमेट बनाकर देने के लिए कहा था लेकिन नगर पालिका ने डीएम की बातों को अनसुनी कर दिया और आज नाला इस कदर से जाम है कि लोगो के घरों का पानी नही बह पा रहा है। नगर पालिका ने सीएम के आगमन को लेकर उन्ही स्थानों पर विशेष साफ सफाई कराया गया जहा सीएम का कार्यक्रम निधार्रित था। बाकी जगहो पर कूड़े का ढेर लगा रहा। गुरूवार की देर रात को हुई बारिश ने नगर पालिका को पोल खोल दिया। रैदोपुर, डीएवी, एलवल, मातबरगंज सहित कई वार्डो में नाले का गंदा पानी ओवर फ्लो होकर सड़को पर बह रहा था। वैसे तो नगर पालिका विकास का तमाम दावे करती और विकास के नारे लगती है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही दिख रहा है। यदि ऐसा नही होतो तो कई वार्डो के नाले जाम से जुझते नही। महिला अस्पताल में सीवर जाम होने से पूरे अस्पताल में गंदगी फैल गई है। जिससें बिमारियों की आंशका बनी हुई है। यही नही डीएवी पीजी कालेज में बारिश के पानी ने मैदान तालाब बना दिया। गांधी तिराहे पर हर बारिश में सड़क पर पानी लग जाता है जिससें आवागमन प्रभावित होता है।
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