आजमगढ़: जिले में शुक्रवार की देर रात एक बार फिर तूफानी बारिश ने कहर बरपाया। तेज तूफान के साथ अचानक आई बारिश ने सैकड़ों पेड् उखाड़ दिये तो कई मकान और छप्पर धराशायी हो गये। इस दौरन 80 वर्षीय वृद्धा की मौत हो गई तो दर्जन भर लोग घायल हो गये। जगह जगह विद्युत पोल गिरने से पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति ठप है तो कई क्षेत्रों में हाइवे पर भोर से ही जाम है। ट्रैक पर पेड़ गिरने के कारण रेल यातायात भी तीन घंटे ठप रहा। सब मिला कर पूरी व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई है। चारो तरफ बस तबाही का मंजर दिख रहा है। नगर क्षेत्र में बिजली पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हालत यह है कि आजमगढ़ वाराणसी, लखनऊ , इलाहाबाद मार्ग पर भोर से ही जाम लगा है। लोग शहर से 13 किमी दूर रानी की सराय से लोग पैदल जिला मुख्यालय तक आ रहे हैं। रेलवे स्टेशन से लेकर रोडवेज तक आधा दर्ज पेड़ गिरने से यातायात व्यवस्था के साथ ही विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। भोर में पांच बजे से सुबह सात बजे तक सठियाव से रानी की सराय के मध्य रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरे होने के कारण रेल यातायात ठप रहा। पेड़ हटने के बाद करीब साढेसात बजे रेल यातायात शुरू हो सका। बात करें ग्रामीण क्षेत्रों की तो चारों तरफ बस तबाही का मंजर है। दीदारगंज थाना क्षेत्र के चरौंवा गांव में रिहाइशी मंडई के ढह जाने से उसने सोई 80 वर्षीय किशोरी देवी पत्नी स्वर्गीय बैजनाथ राम गंभीर रूप से घायल हो गई। ग्रामीणों की मदद से किसी तरह मंडई हटाकर नीचे दबी वृद्धा को बाहर निकाला गया। उपचार के लिए घायल वृद्धा को फूलपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना गांव के प्रधान द्वारा दीदारगंज थाने को दी गई। शनिवार की सुबह पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। तहसील प्रशासन को भी घटना की जानकारी दी गई लेकिन कोई अधिकारी व कर्मचारी शनिवार की दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंच सका था। अहरौला क्षेत्र के लिए लेदौरा गांव में आंधी के दौरान सीमेंटेड चादर लगे मकान की दीवार ढह जाने से उसमें सो रही उर्मिला देवी (40) पत्नी महेंद्र यादव, उसका पुत्र सुनील (18) तथा भतीजा अर्जुन (10) मलबे में दबकर घायल हो गए। घायलों को आनन-फानन इलाज के लिए स्थानीय सीएचसी ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने महिला की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इसी थाना क्षेत्र के मड़ना गांव में रिहायशी मंडई पर नीम का पेड़ गिर जाने से मंडई में सोए सियाराम (46) पुत्र अनारसी गोंड और उसकी पत्नी रंजना (42) घायल हो गए। गांव वालों की मदद से घायल दंपत्ति को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया है। सिधारी थाना क्षेत्र के ममरखापुर गांव में आंधी-पानी के दौरान नीम का पेड़ कच्चे मकान पर गिर पड़ा। इस दौरान गांव के जंगली, कैलाश व रामपलट तीनों भाइयों की पूरी गृहस्थी मलबे में दबकर नष्ट हो गई। वहीं इस परिवार के मुन्ना (28) पुत्र जंगली राम व 16 वर्षीय चंदन पुत्री कैलाश राम घायल हो गए। दोनों का इलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा है। जहानागंज क्षेत्र में आंधी व पानी ने भयंकर तबाही मचाई। स्थानीय बरहती जगदीशपुर गांव के मफिया हरजन बस्ती में रिहायशी मंडई की दीवार ढह जाने से 50 वर्षीय बहादुर पुत्र शुक्कल राम घायल हो गए। इसी गांव के रामधनी के मकान पर लगी सीमेंट की चादर तथा बुधिराम हरिजन की मंडई भी तेज हवा के चलते उड़ गई। क्षेत्र केउ रोशनपुर ग्राम निवासी रूपेश प्रताप सिंह के मकान पर लगा टीनशेड वाहन पर गिरा जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। जगह-जगह पेड़ व खंभों के गिर जाने से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बाधित है। सब मिलाकर आधी पानी में ग्रामीण क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। विद्युत आपूर्ति ठप होने और यातायात व्यवस्था प्रभावित होने के कारण लोगों का बुरा हाल है। यहां तक कि तमाम लोग कचहरी आदि के काम के लिए भोर में घर से निकले और शाम तक मुख्यालय नहीं पहुंच सके। एम्बुलेंस आदि के जाम में फंसे होने के कारण मरीजों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
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