आजमगढ़। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक कार्यालय में व्याप्त भरस्टाचार एवं अवैध धन उगाही के चलते परिषदीय शिक्षकों को फरवरी माह का वेतन रूका एवं ग्रांट हुयी वापस। इसे लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाध्यक्ष अनीता साइलेंस के नेतृत्व में सोमवार को शिक्षकों ने लेखाधिकारी का घेराव किया एवं जोरदार ढंग से माह फरवरी का जल्द से जल्द वेतन की माँग किया। लेखा कार्यालय पर संघ की जिलाध्यक्ष अनीता साइलेंस ने आरोप लगाया कि लेखाधिकारी एवं बाबुओं के भरस्टाचार के चलते जनपद के लगभग दस हजार शिक्षकों का वेतन बाधित हो गया एवं शासन द्वारा जारी वेतन मद की ग्रांट वापस हो गयी। विकट समस्या है कि वर्तमान सरकार द्वारा नये वित्तीय वर्ष 17-18 के लिए बजट पेश होने के बाद ही फरवरी माह का वेतन मिलना सम्भव है। अप्रैल माह में शिक्षक परिवारों के बच्चे के प्रवेश, कापी किताब आदि तमाम समस्याएं है जिससे शिक्षक आर्थिक तंगी का शिकार हो चुके है। शासन की मंशा के विपरीत लेखाधिकारी कार्यालय पुराने वेतनमान से ही मार्च का भी वेतन देने की साजिश कर रहे है। फरवरी माह के रूके वेतन को लेकर रविवार को देर शाम 8 बजे अनीता साइलेंस के नेतृत्व में जिलाधिकारी आजमगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया एवं मांग किया कि शिक्षकों को टीआर 27 के माध्यम से वेतन जारी किया जाय जिस पर जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण की जाँच का भरोसा दिया इस दौरान राकेश मणि त्रिपाठी, शिवचन्द्र यादव, मनोज कुमार त्रिपाठी, कमलेश यादव, बृजभान यादव, नन्दलाल यादव, कृष्ण कुमार मिश्र, अतुल यादव, विनय मिश्र, शम्भू नाथ राय, रवि प्रकाश मिश्र, सुरेन्द्र त्रिपाठी, सुजीत सिंह, विनोद सिंह, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
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