आजमगढ़। पिछले एक सप्ताह से अचानक बदला मौसम का मिजाज रविवार को भी हिलोरे मार रहा था। सूर्य देव के आंखे तरेरने की वजह से आम जनमानस के चेहरे झुलस जा रहे हैं। चिलचिलाती धूप में लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। लू के थपेड़ों से आम जनजीवन पूरी तरह बेहाल हो गया है। रविवार को भी अधिकतम पारा 41 डिग्री सेंटीग्रेड के ऊपर था। कुल मिलाकर सूर्य की तपिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पिछले एक सप्ताह से मौसम का तेवर तेजी से बदला है। अचानक ठंड से गर्मी शुरू हो गई है। अचानक मौसम का रुख बदला और सूर्यदेव ने आंखे दिखाना शुरू कर दिया है। हाल यह है कि पारा दिन में 41 व रात में 22 डिग्री सेंटीग्रेड पर पहुंच गया है। इस बीच तेज चल रही पछुआ हवा आग में घी का काम कर रही है। सुबह दस बजे के बाद सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया है। अगर कोई घर से बाहर निकला तो यह अहसास हो रहा था कि त्वचा झुलस जा रही है। दिन होने की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जो लोग गुजर ही रहे थे वह तौलिया व टोपी सिर पर लगा कर चल रहे थे। ऐसे में लोग छाँव की तलाश कर रहे थे। सोमवार को भी सूर्य देव की तपिश से लोग परेशान रहें और रविवार को चिलचिलाती धूप ने लोगों को सड़क पर निकलने से रोक दिया। तमाम लोग घरों में कैद रहे। शाम पांच बजे के बाद ही सड़कों पर लोगों की भीड़ नजर आई। चिलचिलाती धूप में पछुआ हवा भी हिलोरे मार रही है । गर्म पछुआ हवा से आम जनमानस पूरी तरह परेशान हैं। लोगों का कहना है कि अप्रैल माह में यह हाल है तो मई/जून की स्थिति क्या होगी इसका सहज ही कयास लगाया जा सकता है।
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