सगड़ी/आजमगढ़। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अतरकच्छा गांव के पास दो मासूमों का शव मिलने से जहां हाहाकार मचा रहा वही मानवता व समाज को भी इस कुकृत्य ने झकझोर कर रख दिया। पिता द्वारा थाने पर पत्नी के विरुद्ध तहरीर दी गई जिसमें मुकदमा संख्या 106 के अंतर्गत धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया, किंन्तु इन दो मासूमों की हत्या के पीछे का राज क्या है ? क्या माता द्वारा स्वेच्छा से बच्चों की हत्या की गई या या पत्नी ने दबाव में आकर झंझावतों से मुक्ति पाने हेतु बच्चों की हत्या की, यह भी रहस्य बना हुआ है, किंतु पत्नी द्वारा पति के विरुद्ध एक सप्ताह पूर्व पुलिस में तहरीर दिया जाना व बार-बार पति की शिकायत करना यह दशार्ता है कि महिलाओं की सुरक्षा मान-सम्मान के चाहे जितने भी कानून व सामाजिक संस्थाओं व महिला संस्था द्वारा प्रयास किए जाते रहे हैं किंतु महिलाएं आज भी घरेलू व मानसिक प्रताड़ना से तनावग्रस्त रहती हैं। फिलहाल पुलिस हर बिंन्दु पर गहनता से जांच कर रही है। मंसा पत्नी राजेश जो इंटर पास थी व आधुनिक समय के हिसाब से बहुत तेज आगे बढ़ना चाह रही थी जैसा की परिजन ने बताया,परिवार में पति और वह दोनों जीवन निर्वाह करने पति सैलून व मंशा रसोईया का कार्य कर रही थी। फिर भी ऐसी कौन सी स्थिति बनी जिससे इस कुकृत्य को अंजाम दिया गया, इसके पीछे का रहस्य अभी बना हुआ है महिला के मिलने पर ही इस रहस्य से पर्दा उठ पाएगा।
बच्चों का शव पहुँचने पर मचा गांव में कोहराम सगड़ी। मासूम बच्चों का शव को पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को घर पहुँचने पर तो पूरे गांव में मातम छा गया। घर पर जुटी सैकड़ों महिलाएं के रोने व विलाप की चीत्कार से पूरा गांव गूंज उठा, महिलाएं व पुरुष आपस में तरह-तरह की चर्चा करने में मशगूल रहे, पूरे क्षेत्र में बस इन मासूमों के हत्या की ही चर्चा होती रही ।
सहायता समूह से ले रखा था मंशा ने कर्ज सगड़ी। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि मंसा पत्नी राजेश ने तीन स्वयं सहायता समूह को चलाती थी व स्वयं सहायता समूहों से उसने कर्ज ले रखा था फिना स्वय सहायता समूह अम्मा आइमा गांव के समूह से 25 हजार उसने उठा रखे थे वह चौको ग्राम सभा के कैश पार्क समूह पर से 21हजार रुपय उठा रहे थे व अपने गांव के भी स्वयं सहायता समूह से उसने पैसे उठा रखे थे,स्वयं सहायता समूहों का पैसा लेकर उसने अपने मायके के भाई रामसमुझ को मदद की थी, इन स्वयं सहायता समूहों द्वारा जो ऋण उसने उठा रखा था उसके लिए बार-बार दबाव बनाया जा रहा था, जिस पर पति पत्नी में पैसे को लेकर आपसी तनाव आये दिन होता रहता था, कहीं इन स्वयं सहायता समूहों से लिया गया ऋण दबाव के चलते मनसा द्वारा यह कदम ना उठाया गया हो यह भी ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना था,इस तनाव में ऋण चुकता करने हेतु वह निरंतर स्वयं सहायता समूह से बहाना बनाती रहती थी।
चौबीस घण्टे बाद भी नहीँ पता लगा मंशा का,खोज जारी सगड़ी। जीयनपुर पुलिस द्वारा कप्तान के निर्देश पर शनिवार को मायके से लेकर उसके घर के आस-पास के क्षेत्रों में खोजबीन वह जांच चलती रही, लाटघाट चौकी इंचार्ज ओम सिंह यादव द्वारा निरंतर प्रयास किया गया किन्तु अब तक पुलिस को सफलता नहीँ मिल पायी थी वही पीएम रिपोर्ट में दोनों बच्चों की डूबने से मौत होने की खबर है।
पीएम रिपोर्ट का खुलासा , दम घुटने से हुई दो मासूमो की मौत पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में आये मौत के कारणों के बारे में पुलिस ने बताया कि उन बच्चों की मौत दम घुटने से हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पानी में डूब कर वह बच्चें दम घुटने के कारण मरे हैं । यह सवाल यह उठता है कि यदि उन दोनो मासूमों की मौत पानी में डूब कर दम घुटने से हुई तो उनके शव ताल के कूछ दूरी पर कैसे पहुंचे । बताते चले किं इन दोनो मासूमों की मौत बीते शुक्रवार को हुई थी। बच्चों की मां की खोज के लिए पुलिस लगातार दबीश दे रही है उसके मिलने पर ही पूरा घटनाक्रम पता चलेगा फिलहाल पुलिस हर बिन्दु पर जांच कर रही है।
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