आजमगढ़: जिले में एकबार फिर चिकित्सकीय लापरवाही का मामला सामने आया है। आरोप है की एक डाग्नोसिस सेंटर ने एक युवती के सोनोग्राफी की गलत रिपोर्ट बना दी और करीब छह माह बाद जब मामला खुला तो शिकायत लेकर पहुंची पीड़ित से डायग्नोसिस सेंटर ने न केवल दबंगई शुरू कर दी बल्कि पुरानी रिपोर्ट छीन लिया और उसके साथ बदसुलूकी भी की। पीड़िता ने आज महिला थाने में शिकायत की लेकिन अब तक ममाला पंजीकृत नहीं हुआ है। शहर कोतवाली में अपनी पीड़ा लेकर पहुची मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बम्हौर गांव की आरती मौर्य ने बताया कि उसने छह माह पूर्व प्रभा डाइग्नोसिस सेंटर में सोनोग्राफी कराई थी। उस समय सेंटर से उसे गलत रिर्पोट दी गई। रिपोर्ट में हार्मोनल इफेक्ट बताया गया, जिसे देख चिकित्सक ने उसके हिसाब से दवा चला दी। परिणाम रहा कि बिना बीमारी के दवा खाने के कारण उसे दूसरी बीमारी दवा के साइड इफेक्ट से हो गई। 30 मार्च को उसने दूसरी जगह जांच कराई तो पता चला कि उसे ऐसी कोई बीमारी थी ही नहीं । चिकित्सक ने भी स्वीकार किया कि पहली रिपोर्ट गलत थी। इसके बाद वह दोनों रिपोर्ट लेकर एक अन्य चिकित्सक के पास गई तो उन्होंने फिर प्रभा में जांच कराने के लिए भेज दिया। इस बार यहां जब रिपोर्ट मिली तो उसमें कुछ नहीं था। जब उसने इसकी शिकायत संचालक से की तो उन्होंने मामने से इनकार कर दिया और यह कहते हुए तीनों रिपोर्ट छीन लिया कि तुम कुछ नहीं कर पाओगी भाग जाओ। इसके बाद उसने बताया कि आप रिपोर्ट छीन लीजिए लेकिन मैने मोबाइल में फोटो खींचकर रखा है। उसका आरोप है की उसकी यह गलती भारी पड़ी और संचालक और उसके तीन साथी ने उसके साथ छीना झपटी करते हुए मोबइल छीन लिया। इस दौरान उसके साथ अभद्रता भी की गई पीडित की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वही डायग्नोसिस सेन्टर के डाक्टर ने पीडिता के सभी आरोपो को खारिज कर दिया और कहा कि पीडिता को पहले यह बीमारी थी और अब चार -पांच महीने बाद कोई और नया इन्फेक्शन हो गया तो क्या किया जाए । फिलहाल मारपीट की घटना पर उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया।
Blogger Comment
Facebook Comment