शाहगढ़/आजमगढ़। मुबारकपुर नगर के मुहल्ला समौधी मन्दिर पर सोमवार को पूर्वांचल सरजू बीज भण्डार के तत्वाधान में किसान परामर्श गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को खेती व किसानी के बारे में आधुनिक जानकारी दी तथा पशुपालन पर भी बल दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि कृषि इस क्षेत्र का प्रमुख व्यवसाय है। यहां के लोग कृषि से ही अपनी जीविका उपार्जित करते है। आधुनिक युग में खेती करने के वैज्ञानिक तरीके अपनाये जा रहे है। इस सम्बन्ध में कृषि वैज्ञानिक रणधीर नायक ने कहा कि 15 अप्रैल से 15 मई के बीच खेत की जोताई कर देनी चाहिये। यह ध्यान रहे कि जोताई का समय प्रात: काल 7:00 बजे से 11:00 बजे तक तथा सायं 4:00 बजे से 7:00 तक जोताई करना चाहिये बीच में जोताई नही करना चाहिये और फसलों में अधिक से अधिक उर्वरक खाद्य का प्रयोग किया जाना चाहिये। उर्वरक खाद्य में 95 लीटर पानी में पांच लीटर गौ मूत्र और 100 ग्राम डिटर्जेंट पावडर डालकर एक बीघा फूल वाले फसलों में छिडकाव करने से फूल नष्ट नही होते। पशुपालन अधिकारी एलसी वर्मा ने कहा कि किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन व्यवसाय भी अपनाना चाहिये। इससे जहां पशुओं से दूध मिलता वहीं उर्वरक खाद्य हेतु इनके मल-मूत्र काम आते हैं। पशुओं के गर्भार्धान के बारे में भी जानकारी दी। इस प्रकार गोष्ठी में कृषि व हर प्रकार की मौसमीं दलहनी, तेलहनी की भी विस्तार से चर्चा की। अध्यक्षता रामनयन संचालन ओम प्रकाश ने किया। इस अवसर पर डा. रामरुप यादव, सुरेन्द्र मौर्या, राजेश कुमार राय, किसान बद्दल यादव, डा. रामाश्रय यादव, आरके यादव, कुमार, अवधेश यादव, विरेन्द्र, जयराम यादव, विधि चन्द, प्रेमचन्द, बशंत, रविन्द्र, शेषनाथ, ज्ञानचन्द आदि लोग उपस्थित थे।
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