आजमगढ़। देवगांव कोतवाली व मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह वृद्धा सहित दो महिलाओं ने आत्मदाह की कोशिश की। आग की लपटों से घिरी महिलाओं को बचाने के प्रयास में उनके पुत्र भी झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसी दोनों महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहली घटना में देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कोटाबुजुर्ग ग्राम निवासी 80 वर्षीय मेवाती देवी पत्नी स्व. रामचरन गुप्ता की मानसिक हालत लंबे समय से ठीक नहीं चल रही है। परिजन अपने स्तर से उसका इलाज करा रहे थे। मानसिक बीमारी से पीड़ित वृद्धा ने बुधवार की सुबह आत्महत्या जैसा कड़ा निर्णय लेते हुए अपने शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेलकर स्वयं को आग के हवाले कर दिया। आग की लपटों से घिरी मेवाती की चीख सुनकर घर के बाहर दैनिक क्रिया में व्यस्त उसका पुत्र यदुनाथ (47) भागकर मां के पास पहुंचा और उसे बचाने के प्रयास में वह भी आंशिक रूप से झुलस गया। गंभीर रूप से झुलसी वृद्धा को आनन-फानन लालगंज सीएचसी ले जाया गया। चिकित्सक ने उसकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में उपचाराधीन वृद्धा की हालत गंभीर बताई गई है। वहीँ मेहनाजपुर क्षेत्र के बरवां गांव में बुधवार की दोपहर पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद 55 वर्षीय कृष्णावती पत्नी मिश्री गोंड ने गृहकलह से क्षुब्ध होकर शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेलकर स्वयं को आग के हवाले कर दिया। घर से उठ रहे धुएं को देख परिजन भागकर मौके पर पहुंचे और वहां का दृश्य देख अवाक रह गए। आग की लपटों से घिरी मां को देख उसका 22 वर्षीय पुत्र सन्नी गोंड मां को बचाने के प्रयास में स्वयं आंशिक रूप से झुलस गया। उपचार के लिए झुलसे मां-बेटे को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। महिला की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जबकि सन्नी का ईलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा है।
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