आजमगढ़.: यूपी चुनाव के नतीजे में हर जगह मोदी लहर है। वहीं अब हर जगह का नतीजा की साफ हो गया है। कहीं प्रत्याशियों से नाराज लोगों ने नोटो का भी बटन दबाया। इसे मतदाताओं की चेतावनी कहा जाय तो गलत नहीं होगा। जनप्रतिनिधियों के लिए खतरे की घंटी बना चुनावी आप्शन 'नोटा' का वोटरों ने जमकर प्रयोग किया। हजारों लोगों ने ईवीएम के इस बटन को दबा अपनी नाराजगी दर्ज कराई। आजमगढ़ के मेंहनगर विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे चौंकाने वाली स्थिति तब बनी जब जानकारी मिली कि इस बार के चुनाव में पूरे जिले में 17343 लोगों ने किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया। नोटा बटन कहां प्रयोग करने वाले मतदाताओं में सर्वाधिक संख्या मेंहनगर की रही तो दूसरे स्थान पर सदर तथा तीसरे पर लालगंज विधानसभा सीट रही। जिले में सबसे कम नोटा का प्रयोग सगड़ी क्षेत्र के मतदाताओं ने किया। जनपद की कुल 10 विधानसभा सीटों में अतरौलिया विधानसभा सीट 345 पर 211210 मत पड़े जिन्हें 1980 मतदाताओं ने नोटा की बटन दबाई। इसी तरह 344 गोपालपुर सीट पर 189300 कुल पड़े मतों में 1521 तथा 345 सगड़ी विधानसभा क्षेत्र में 179125 मतदाताओं ने सबसे कम 964 मतदाताओं ने नोटा बटन का प्रयोग किया। 346 मुबारकपुर विधानसभा सीट पर कुल 192991 पड़े मतों में 1628 मतदाताओं ने सभी प्रत्याशियों को नापसंद कर दिया। इसी तरह 347 आजमगढ़ सदर सीट पर 1233092 मतदाताओं ने अपने मतों का प्रयोग किया, जिनमें 2134 लोग सभी प्रत्याशियों से किनारा करते नजर आए। वहीं 348 निजामाबाद सीट पर कुल 165798 मत पड़े जिनमें 1243 लोगों ने नोटा की बटन दबाई। जबकि 349 फूलपुर पवई विधानसभा सीट पर 178029 मत पड़े जिनमें 1609 मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया। 350 दीदारगंज सीट पर 187419 मतों के सापेक्ष 1653 मतदाताओं ने ईवीएम में प्रयुक्त नोटा की बटन दबाई। इसी क्रम में 351 लालगंज विधानसभा सीट पर कुल 203646 मत पड़े इनमें 2121 लोगों ने प्रत्याशियों को नापसंद कर दिया। इसी तरह 352 मेंहनगर विधानसभा सीट पर 202136 मतदाता में सर्वाधिक 2490 मतदाताओं ने नोटा की बटन दबाकर चुनावी जंग में भाग्य आजमा रहे सभी प्रत्याशियों को अस्वीकार कर दिया।
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