मुबारकपुर/आजमगढ़: जावेद हसन अंसारी : रेशमी नगरी मुबारकपुर में जहाँ इस्लामी जगत की प्रसिद्ध शिक्षा संस्था अरबी अल जामेअतुल अशरफिया मुबारकपुर के संस्थापक एवं महान सूफी संत हजरत हाफिज ए मिल्लत मौलाना शाह अब्दुल अजीज साहब मुरादाबादी के 42 वें उर्स पाक एवं जलसा दस्तार बन्दी सालाना दो रोजा उर्स मंगलवार से आरम्भ हुआ जहाँ लाखों जायरीन से पूरे क्षेत्र में गज़ब की रौनक है और हर तरफ हाफ़िज़ ए मिल्लत जिन्दाबाद की सजाएं गूंज रही है । मजहबी रंग में डूबे कस्बा में जायरीनों की आमद लगातार हो रही है जिसमे देश विदेश के हजारों जायरीनों की कसरत ने माहौल को रूहानियत से सरोबार कर कर दिया है । मंगलवार की रात जलसा में संबोधित करते हुए प्रसिद्ध धार्मिक मौलाना पूर्व राज्य सभा सांसद मौलाना ओबैदुल्लाह खान आजमी ने हजारों जायरीनों से खेताब करते हुए कहा कि हाफिज ए मिल्लत के विचारों को जन जन तक पहुंचाए क्यों कि वह सच्चे देश भक्त थे और हिन्दू मुस्लिम के एकता के प्रतीक थे। उन्होंने कहाकि आज अशरफिया तरक्की कर रहा है। पूर्व सांसद ओबैदुल्लाह खान आजमी ने कहाकि जब जब मुल्क को विदेशी ताकतों से खतरा हुआ तो देश के हिन्दू , मुस्लिम, सिख, ईसाई ने मिल कर लड़ाई लड़ी है परन्तु आज देश में कुछ संगठन आपस में लड़ाने का कार्य कर रहें है मगर देश की जनता ऐसे लोगों को सफल नहीं होने देगी। इस अवसर पर अशरफिया के कुलपति मौलाना अब्दुल हफीज साहब ने भी संबोधित किया और जायरीनों का धन्यवाद दिया । जलसे को मौलाना यासीन अख्तर मिस्बाही, दिल्ली मौलाना इदरीस बस्तवी, मौलाना मुबारक हुसैन मिस्बाही ए मुफ़्ती अब्दुल हक आदि ने भी संबोधित किया। वहीं उर्स के दूसरे दिन बुधवार की दोपहर तीन बजे हाफिज ए मिल्लत के पुरानी बस्ती से सहजादा कुलपति जामिया मौलाना अब्दुल हाफिज साहब की कयादत में जुलुस से चादर निकाली गयी जिसके साथ भारी फोर्स भी आगे पीछे चल रही थी। दर्जाप्राप्त मंत्री मौलाना आबिद रजा खान बरेली, भी चल रहे थे। जुलूस में हजारों लोग नारे लगाते चल रहे थे। जुलुस हफीज मिल्लत के पुरानी बस्ती आवास से चल कर छोटी अर्जेंटी होता हुआ, रोडवेज होता हुआ शाम 5 बजे अलजामे अतुल अशरफिया दरगाह पहुँच कर फातिया व दुआओं में परिवर्तित हुआ। जुलुस में अंजुमन गौसिया , एखलाकिया , हासिमया, इस्लामिया मजहर हक आदि अंजुमनों ने भाग लेकर खेराजे अकीदत पेश किया। चादर चढाने वालों में प्रमुख रूप से जामिया अशरफिया के प्रबन्धक हाजी सरफराज अहमद अंसारी, मौलाना नईमुद्दीन अजीजी,मौलाना मुबारक हुसैन मिस्बाही, सेंट्रल पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक अयाज अहमद खान, क्रास बेली इंटरनेशनल स्कूल गोल्डी भाई , ओझोली के प्रधान रामप्रकाश यादव, प्रमुख समाजसेवी मिर्जा मसीउद्दीन बेग उर्फ गुड्डु मिर्जा,सठियांव चीनी मिल के उप सभापति पराग यादव, आर के कॉलेज सठियांव के प्रबन्धक डॉ प्रेम प्रकाश यादव, सपा नेता मो दानिश उर्फ डीके,हाजी सुलेमान अख्तर अंसारी समाजसेवी, रिजवान अहमद अंसारी सेठ, हाजी मो अशहद अंसारी, नोमान अहमद अंसारी पुरानी बस्ती, युवा बसपा नेता जमशेद आलम अंसारी,हाजी मो मजहर अंसारी,हाजी अब्दुल मजीद अंसारी,अल परवेज, आईटीआई कालेज के मो शहजाद से लेकर अकीदत मंदों ने फातेहा पढ़कर मुल्क की सलामती व अपने कारोबार की तरक्की और परिवार और देश की खुशहाली की दुआ मांगी। समाचार लिखे जाने तक जलसा दस्तार बन्दी जारी था जिसमे देश विदेश के प्रसिद्ध उल्माओं ने भाग लिया और तकरीर कर बुराइयों से दूर रहने की बात कही । उर्स में भाग लेने आये लाखों मेहमानों का स्वागत अशरफिया के नाजिम आला हाजी सरफराज अहमद अंसारी व समस्त कमेटी के लोग लगे रहे और लाखों जायरीन के खाने की ब्यवस्था बिलकुल मुफ्त में चलती रही , दोपहर व रात के समय हजारों हजार लोगों को खाने की शानदार ब्यवस्था देखने को मिली ।
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