आजमगढ़। यूपी में सत्ता बदलते ही पुलिस भी अपने रंग में दिखने लगी है। हत्या और लूट जैसी घटनाओं का सालों तक खुलासा करने में नाकाम रहने वाली पुलिस अब तत्काल परिणाम देने लगी है। प्रत्यक्ष प्रमाण आजमगढ़ में 23 मार्च को हुई करीब 12 लाख की चोरी है। पुलिस ने न केवल चौबीस घंटे के अंदर नगदी सहित करीब दस लाख का माल बरामद किया बल्कि चार आरोपियों को भी धर दबोचा। पुलिस को भरोसा है कि पकड़े गए आरोपियों के जरिये वह बड़े गैंग का खुलासा करने में सफल होगी। बता दें कि सिधारी थाना क्षेत्र के हाइडिल निवासी राजेंद्र राय पुत्र महातम राय के घर का दरवाजा दिनदहाड़े 11 बजे तोड़कर चोर 23 मार्च को 51000 नगदी सहित दस लाख का जेवरात और लैपटाप मोबाइल आदि उठा ले गये थे। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी हुई थी। पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने शनिवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि प्रभारी निरीक्षक सिधारी सुरेंद्र कुमार यादव मामले की विवेचना में जुटे थे कि शुक्रवार की शाम 5 बजे उन्हें बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने मंडलायुक्त कार्यालय के पीछे से आरोपी हर्षित राय निवासी महुला थाना रौनापार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि राजेंद्र राय उसके फूफा है और उन्हीं के घर रहकर वह पढ़ाई करने के साथ ही केकेसी नाम के गैंग में काम करता है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर सिधारी थाना क्षेत्र के बबुआना मोहल्ला निवासी सैफ सिद्दीकी पुत्र शाहिद, अली औसत कालोनी निवसी तनवीर पुत्र इसरार व इसी कालोनी के अरमान पुत्र अमीन को गिरफ्तार कर दो लाख रूपये कीमत के दो हार, 1.20 लाख रूपये कीमत के पांच झुमके, 40 हजार रूपये कीमत के तीन जोड़ी टप्स, 1.5 लाख कीमत के कंगन, एक लाख कीमत की सोने की चूड़ी, 1.5 लाख कीमत की 12 अंगूठी, 1.5 लाख कीमत की चार चेन, दो जोड़ी पायल, पांच बिछिया, दो चांदी के सिक्के, एक लैपटाप, एक कैमरा और 39 हजार रूपये नगद बरामद किया। एसपी के मुताबिक उक्त सभी छात्र है और केकेसी गैंग के लिए काम करते है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और उम्मीद है कि कुछ और नाम सामने आयेगे।
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