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किसान मेला/उत्पादकता गोष्ठी एवं प्रदर्शनी का जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन

आज़मगढ़ 18 मार्च 2017 -- जिलाधिकारी सुहास एलवाई द्वारा जनपद/मण्डल स्तरीय एक दिवसीय किसान मेला/उत्पादकता गोष्ठी एवं प्रदर्शनी का फीता काट कर एवं दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उन्होने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये आकर्षक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होने किसानें के समस्या के विषय में  प्रगतिशील किसानों से जानकारी प्राप्त किया तथा उनकी समस्याओं के निदान करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश्ति किया। उन्होने सभी किसानों को पंजीकरण कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होने कहा कि खाद, बीज या कृषि से सम्बन्धित अन्य उपकरण जो क्रय करते है उनकी सब्सीडी किसान के खाते में जायेगी। जब तक किसान पंजीकरण नही करायेगे तब तक उन्हे खाद-बीज उपलब्ध नही हो पायेगा। उन्होने कहा कि शत-प्रतिशत किसानों का पंजीकरण कराने के लिए कृषि विभाग अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होने कहा कि फसल बीमा योजना के बारें में कहा कि किसान स्वंय जानकारी प्राप्त कर लें। फसल की क्षति आनलाइन होती है। इसको किसान हमेशा देखते रहें। फसलों के क्षति पर बीमा कम्पनी क्षतिपूर्ति का मुआवजा देती है। उन्होने किसानो से कहा कि क्रेडिट कार्ड से लेन-देन करते रहें। इसी लेन-देन के माध्यम से फसल बीमा होता है। उन्होने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों की समस्या का निराकरण करने के लिए हमेश तत्पर रहें। और अधिक से अधिक किसानों का फसल बीमा भी कराने के लिए निर्देशित किया। गोष्ठी में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की उपयोगिता, मृदा परीक्षण के महत्व एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फसल अवशेष प्रबन्धन, जायद में मूग एवं उर्द की खेती के विषय में  कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा विस्तार से किसानों को जानकारी दी गयी। उद्यान विभाग के विभिन्न योजनाओं एवं कृषकों को अनुमन्य सुविधाओ की जानकारी जिला उद्यान अधिकारी, प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना की जानकारी उप कृषि निदेशक एवं पारदर्शी किसान योजना के सम्बन्ध में डा0 राम केवल सलाहकार रा0खा0सु0मि0 द्वारा दी गयी। कृषि उत्पादकता गोष्ठी में  डा0 एलसी वर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा मृदा परीक्षण के महत्व, लाभ एवं प्रतिनिधि नमूना लेने के तरीकों तथा नाडेप कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, जैविक खाद एवं पशुपालन पर विस्तार से चर्चा किया। इसके अलावा देशी नस्ल के पशुपालन पर विशेष बल दिया। डा0 आरके सिंह वैज्ञानिक द्वारा जल संसाधन का अन्धाधुन्ध दोहन न करने तथा उसका संरक्षण करने तथा फसल के अवशेष को खेत में न जलाने के लिए जानकारी दिया। टाटा केमिकल्स, ईएफको, एग्रो, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, भूमि संरक्षण आदि के कुल आकर्षक स्टाल/प्रदर्शनी लगाये गये थें। वज्ञैानिक एलबी सिंह द्वारा अन्न भण्डारण के तरीकों पर एवं अरहर, चना के फली छेदक कीट लगने की दश में कीट नाशक दवाओं के छिड़काव पर विस्तार से जानकारी दिया। जिला कृषि रक्षा अधिकारी संगम सिंह द्वारा कृषि रक्षा रसायन क्यूनालफास 25 ई0सी0, मैलाथियान डस्ट, ट्राइको डरमा वायोपेस्टीसाइड, नैपसेक स्प्रेयर, बखारी आदि के अनुमन्य 50 प्रतिशत अनुदान के सम्बन्ध मंे विस्तार से जानकारी दिया। जिला कृषि अधिकारी बसन्त कुमार दूबे द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दिया। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि रक्षा आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़ गोपाल दास गुप्ता, उप निदेशक भूमि संरक्षण आजमगढ़ मण्डल आजमगढ़, जिला कृषि अधिकारी मऊ, बलिया आदि सम्बन्धित अधिकारी गोष्ठी के अवसर पर उपस्थित थें। उप कृषि निदेशक डा0 आरके मौर्य द्वारा विभागीय योजनाओं जैसे- फार्म मशीनरी बैंक, कस्टम हायरिंग प्रधानमंत्री सिचाई योजना, किसान पंजीकरण, यंत्रीकरण आदि पर विस्तार से जानकारी देते हुए सभी अतिथियों एवं प्रगतिशील अन्नदाता किसान भाईयों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया।  

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