आजमगढ़: प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सकों के साथ ही उनको निजी अस्पताल में जगह देने वाले प्राइवेट अस्पतालों की अब खैर नहीं है। सीएमओ ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। सीएमओ ने कहा कि यदि प्राइवेट अस्पताल या चिकित्सालय में सरकारी चिकित्सक को बैठाया जाता है अथवा उनसे प्रैक्टिस करायी जाती है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी चिकित्सक अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्ण ढंग से करें। अक्सर यह देखने को मिलता है कि सरकारी चिकित्सक प्राइवेट अस्पतालों में बैठकर मरीज देखते हैं जिससे गरीबों का दोहन होता है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने सरकारी के साथ ही प्राइवेट चिकित्सकों के खिलाफ भी कार्रवाई का निर्देश दिया है।< उन्होंने कहा कि यदि कहीं ऐसा पाया गया तो संबंधित चिकित्सालय का पंजीकरण निरस्त किया जायेगा। साथ ही अस्पताल मालिक अथवा चिकित्सक के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। सरकारी चिकित्सकों द्वारा प्राइवेट चिकित्सा रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जो जल्द ही छापेमारी शुरू करेगी।
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