आजमगढ़। जनपद भर में बुधवार को ऋतुराज बसंत के स्वागत और ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा का पर्व वसन्त पंचमी धूम धाम से मनाया गया। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्थानो पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। फूलपुर स्थित डा. लोहिया बालिका इण्टर कालेज में बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजन किया गया। पूजन आशा तिवारी लाल जी प्रसाद ने किया । इस मौके पर विद्यालय की अध्यापिकाएं व छात्राये भी पूजन में भाग ली। इस अवसर पर एक छात्रा रागिनी प्रजापति का जन्मदिन भी मनाया गया। पूजन के पश्चात प्रसाद वितरण भी विद्यालय में किया गया। अंत में कुछ छात्राओं का विद्यारम्भ संस्कार भी कराया गया। इस अवसर पर सरोज नीलम, नीतू, पूजा, रंजू सिंह व प्राची आयुशी, अन्नू नेहा यादव, छात्राओं व अध्यापिकाओं ने पीत वस्त्र धारण किया था। अपने संबोधन में प्रधानाचार्या आशा तिवारी ने कहा कि माँ सरस्वती का पूजन करना ही पर्याप्त नहीं है।बल्कि ज्ञानार्जन का उद्देश्य रख कर पूजन करें। माँ सरस्वती विद्या ज्ञान की अधिष्ठात्रि देवी है। जीयनपुर में अजमतगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत स्थित कई विद्यालयों पर बसंत पंचमी के पावन पर्व पर देवी सरस्वती का विधिवत पूजन किया गया और अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। त्रिवेणी इंटर कॉलेज जीयनपुर में इस अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे 10 की छात्राओं का मयूर अंकन अत्यंत सराहनीय छात्राओं द्वारा मां सरस्वती के चरणों में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। बुधवार को मां सरस्वती के पूजन.अर्चन कार्यक्रम सरस्वती शिशु मंदिर जीयनपुर,विवेकानंद पब्लिक स्कूल जीयनपुर,दयानंद बाल विद्या मंदिर जीयनपुर, सुभागी देवी इंटर कॉलेज छतरपुर और त्रिवेणी इंटर कॉलेज जीयनपुर आयोजित किया गया। इस अवसर त्रिवेणी इंटर कॉलेज जीयनपुर की कक्षा 9से 12 की छात्राओं द्वारा रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमे कक्षा 9 की छात्राओं का मयूर अंकित रंगोली सबसे बेहतर रही, दर्शकों ने इसे सराहा और प्रथम स्थान प्रदान किया। कक्षा 10 की करिश्मा सोनकर, डिंपल, प्रिया, तारा, प्रियंका, मोहिनी और पल्लवी ने काफी आकर्षक रंगोली बनाई । विद्यालय के छात्र.छात्राओं द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा दहेज प्रथा पर नाटक, पंजाबी गीत, धोबिया गीत, गुजराती नृत्य आदि पेश किया गया। सगड़ी वेदांता इंटरनेशनल स्कूल बगहीडाँड़ बनकट में सरस्वती पूजा का कार्यक्रम बड़े ही पारंपरिक तरीके से मनाया गया। सर्वप्रथम इंजीनियर अ•िाषेक कुमार पाण्डेय और सतीश पाण्डेय ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करके कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की। तत्पश्चात स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर शिव गोविन्द सिंह और समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर शिव गोविन्द सिंह ने कहा कि माँ सरस्वती विद्या की अधिष्ठात्री देवी हैं। उन्हीं की कृपा से विद्या का प्रचार प्रसार हुआ है। इसीलिए विद्या के मंदिर में उनकी पूजा प्राचीन काल से होती चली आ रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यदि आपके पास विद्या धन है तो आपको दूसरे किसी धन की चिंता करने की जरुरत नहीं है। यही एकमात्र धन है, जिसे चोरी नहीं किया जा सकता तथा इस धन को जितना बाटेंगे, यह उतना ही बढ़ता जाता है। इसीलिए इसे सर्वश्रेष्ठ कहा गया है। विगत दो वर्षों से वेदांता स्कूल यही करता आ रहा है और आगे भी करता रहेगा। कार्यक्रम को शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी संबोधित किया और विद्या दान के प्रति अपनी जिम्मेदारी नि:स्वार्थ भाव से निभाने की वचनबद्धता दोहराई। मुहम्मदपुर प्रतिनिधि के अनुसार: ब्लाक मुहम्मदपुर के ग्राम मोहिउद्दीनपुर स्थित रविदास मंदिर में बसन्त पंचमी का त्योंहार मनाया गया। जिसमे भजन कीर्तन व सत्संग का आयोजन किया गया । इस अवसर पर शिवनारायण पंथ के महंथ बाबा मुन्सी लाल ने कहा कि बसन्त पंचमी के दिन शिवनारायण स्वामी जी ने गुरु अन्यास को लिखकर पूर्ण किया और इस समाज के खुशहाली के लिए पूजन विधि का आरम्भ किया।और इस समाज को नई दिशा दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से हुकमी महंथ शंकर प्रसाद,चन्द्रबली महंथ,किशुन महंथ, शिव शंकर लाल,बाबू लाल, छोटे लाल, राज कुमार, कमरू राम पुजारी,राम अवतार, अरबिंद प्रसाद,सुनीता, नर्बदा समुन्दरा आदि लोग उपस्थित थे।
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