आजमगढ़। सरायमीर सुरक्षित सीट या दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र के नाम से जानी जाने वाली यह सीट राजनैतिक दृष्टिकोण से न केवल महत्वपूर्ण है बल्कि यह सपा, बसपा व भाजपा तीनों प्रमुख दलों के लिए प्रतिष्ठा की सीट है। परिसीमन से पहले 1989 के बाद एक बार 1991 में भाजपा को छोड यह सीट बसपा के कब्जे में रही इस सीट को सामान्य होते ही समीकरण बदला और 2012 के चुनाव में सपा उम्मीदवार आदिल शेख विधायक चुने गये। इस बार चुनाव में सपा से जहां वर्तमान विधायक अपना भाग्य आजमा रहे है तो वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर व बसपा को छोड कर भाजपा का दामन थाम मैदान में आये कृष्णमुरारी विष्वकर्मा भी भाग्य आजमा रहे है इसके अलावा कई अन्य उम्मीदवार भी क्षे़त्र से चुनाव मैदान में है। मैदान में आये उम्मीदवारों को क्षेत्र की जनता जो भाग्य विधाता का काम करती है उम्मीदवारों को क्षेत्रीय मुददो, विकास के मानक, सहजता से उपलब्ध होने के साथ लोगो के सुख दुख को सुनने आदि जैसे लकीरों पर जो खरा उतरता है उसे बटन दबा कर अपना प्रतिनिधि चुनती है देखना है कि इस बार जनता की सोच क्या है। दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान चुनाव में 340650 मतदाता है जो उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मतदाताओं की संख्या 318036 थी और पोलिंग प्रतिशत 55.35 रहा क्षेत्र से 176035 लोगों ने मतदान में भाग लिया था। पिछले विधान सभा चुनाव व वर्तमान चुनाव में मतदाताओं के वृद्धि को देखा जाय तो क्षेत्र में 2012 की तुलना में 22614 मतदाताओं की बढोत्तरी है। यह बढे हुए मत इस चुनाव में काफी प्रभावी होगे और यदि वोटिंग के दौरान मतों का प्रतिशत बढा तो मुकाबला दिलचस्प देखने को मिलेगा। यदि पिछले विधानसभा चुनाव पर गौर किया जाय तो राजनीति के क्षेत्र में कदम बढाने वाले आदिल शेख ने मुकाबले में राजनीति क्षेत्र के कुशल खिलाडी और लम्बे अनुभव वाले बसपा उम्मीदवार सुखदेव राजभर को मात दी थी। सपा को इस चुनाव में 64361 मत हासिल हुए थे और प्रतिद्वंदी बसपा को 62134 मत हासिल हुआ था इस प्रकार हार जीत के बीच 2227 मतों का अंतर रहा। पिछले विधानसभा चुनाव में 12 उम्मीदवारों ने क्षेत्र से ताल ठोकी थी इस बार देखना होगा की यह आकडा कहा पहुंचा है। पिछले चुनाव में क्षे़त्र से तृतीय स्थान पर भूपेन्द्र सिंह मुन्ना रहे और उन्होने मतों का पीछा करते हुए 34174 के आकडे को छू लिया था। इस बार भूपेन्द्र सिंह बसपा से सदर से उम्मीदवार है। दीदारगंज विधान सभा क्षे़त्र के सामान्य होने के बाद यह दूसरा चुनाव है इस बार भी मतदाता स्वत्रंत रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा, देखना होगा कि क्षेत्र में विकास का चला आ रहा मुददा और किये गए विकास कार्यों की चर्चा को इस बार किस रूप में देखा जायेगा। हालांकि पिछले पांच सालों में मार्टिनगंज तहसील , पुल, सड़क, रोडवेज व्यवस्था समेत कुछ बड़े कदम तो उठाये ही गए हैं। देखना है की सपा विधायक के इन प्रयासों जनता किस कसौटी पर परखती है। आने वाले समय में क्षेत्र के लिए कौन योग्य साबित होगा और विकास के पथ पर क्षेत्र को ले जायेगा यह तो 4 मार्च को होने वाला मतदान ही तय करेगा । लेकिन वर्तमान विधायक आदिल और उनके समर्थक "काम बोलता है " का मन्त्र ले कर जनता के बीच आ चुके है।
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