आजमगढ़ : श्री गुरु गोविन्द सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव पर सिख समुदाय के लोगों ने मातबरगंज स्थित श्री सुंदर गुरुद्वारा से भव्य झांकी निकाली। झांकी के दौरान गतका पार्टी द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे एक से बढ़कर एक कारनामों से सभी लोग दांतों तले अंगुली दबाने पर विवश हो गए। झांकी रविवार को माबरगंज से निकली झांकी बड़ादेव, काली मां चौरा, एलवल, कालीनगंज, दलालघाट, पुरानी कोतवाली, चौक,पुरानी सब्जी मंडी कटरा, रामजानकी मंदिर होते हुए मातबरगंज गुरुद्वारे पर आकर समाप्त हो गई। झांकी में सबसे आगे पंच प्यारे बच्चे घोड़े पर सवार थे। उसके पीछे गुरू गो¨वद सिंह की झांकी, अमृतसर पंजाब से आए निशान-ए-खालसा के कलाकारों ने हैरतअंगेज कारनामे प्रस्तुत किए। इसमें में सर पर रखकर नारियल फोड़ना, सीने पर बर्फ की सिल्ली तोड़ना, ट्यूबलाइट सिर से तोड़ना शामिल थे। इसके अलावा एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज कारनामे देखकर लोग अचंभित हो गए हैं। यह गतका पार्टी टीवी शो इंडिया गाट टैलेंट शो में भी पुरस्कृत हो चुकी है। इसके पीछे बच्चे झाड़ू लगा भक्तों का मार्ग स्वचछ कर सेवा कर रहे थे। सबसे पीछे पंज प्यारे की झांकी थी जिस पर फूल बरसाएं जा रहे थे। इसके बाद रथ पर विराजमान गुरु ग्रंथ साहिब की झांकी चल रही थी। सबसे पीछे पंजाब के भजन ¨सगर जौली छाबड़ा शबद कीर्तन प्रस्तुत करते चल रहे थे। इस अवसर पर निशाने खालसा गुरू अमृतसर, गुरुप्रीत ¨सह, गरम ¨सह, अंग्रेज ¨सह, सत्येंदर पाल, हरप्रीत ¨सह उपस्थित थे।
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