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आजमगढ़ निर्भया काण्ड :हैवानियत की हद पार, अभी पुलिस के हाथ खाली,महिलाओं का प्रदर्शन

आजमगढ़। एक तरफ देश से लेकर प्रदेश की सरकारें सहित पूरी दुनियां में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार चिंता जाहिर किया जा रहा है फिर भी महिलाओं की आबरू पर होने वाले हमले में कमी न आना इस बात का साफ संकेत है कि सरकारें पूर्ण मनोयोग से इस त्रासदी को दूर करने का प्रयत्न नहीं कर रही हैं। अगर बिन्दुओं को फोकस किया जाय तो कहीं न कहीं पुलिस का वह पहलू सामने आता है जिसमें पुलिस हमेशा बदनाम रही है। चाहे छोटी घटना हो या बड़ी या फिर सामूहिक बलात्कार का ही मामला हो, हर मामले में पुलिस के हाथ पीछे रह जाते हैं। वैसे आजमगढ़ लाइव की खबर ट्विटर से पाने के बाद प्रदेश पुलिस मुख्यालय, आई जी जोन वाराणसी ने आजमगढ़ पुलिस को तत्काल निर्देश जारी कर दिए थे।
मामले में सिधारी थाना क्षेत्र के नरौली स्टैंड जहां बिहार की रहने वाली एक 18 वर्षीया युवती को हैवानों ने अपनी हैवानियत का परिचय देते हुए उसकी आबरू को तार-तार किया। हैवानियत की शिकार होकर मौत से जूझती हुई पुलिस के हाथ गुरूवार की तड़के युवती लगी थी। पुलिस उसे उठाकर अस्पताल पहुंचाया जहां गंभीर हालत के चलते उसे डाक्टरों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। खून से लथपथ युवती के हालत इतने गंभीर थी कि वह मुंह से कुछ बोल न सकी। हालत कि यदि बात करें तो अब तो उसकी जान पर बन आयी है। यह सब कुछ तब हुआ जब जिले की पुलिस अचार संहिता के पालन में दिन रात जबरदस्त चेकिंग कर ताबड़तोड़ कार्यवाही क्र रही है। हैवान कौन थे, किन परिस्थितियों में युवती शिकार बनायी गयी? पुलिस कुछ भी बताने की हालत में नहीं है। यदि युवतियों व महिलाओं की आबरू को इसी तरह तार-तार किया जाता रहा तो समाज से व पुलिस से लोगों का विश्वास उठना लाजिमी है। ऐसे मामले में पुलिस को काफी तत्परता दिखाने की जरूरत है ताकि और कोई निर्भया कांड की पुनरावृत्ति की चपेट में न आ सके।
हम बात कर रहे हैं हैवानों के हाथों शिकार हुई उस युवती की जो त्रिलोकपुर उंचगांव, बिहार की रहने वाली है। बुधवार की देर शाम उत्सर्ग से अपनी मां के साथ वह आजमगढ़ जनपद आयी थी। ट्रेन विलम्ब होने के नाते आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर मां के साथ उतरी और आटो में सवार होकर बस स्टेशन पहुंची। युवती की मां को बसखारी जाना था। मां को बस में बैठाने के बाद वह उसी आटो से वापस रेलवे स्टेशन जा रही थी कि रास्ते में हैवानों ने उसे अपने चंगुल में ले लिया। घटना के दूसरे दिन पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात आटो और पिकअप चालक के विरूद्ध मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन कार्रवाई के नाम पर पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। शुक्रवार की सुबह से लेकर देर शाम तक सघन चेकिंग अभियान चला कर जनपद की पुलिस उस हर शख्स को तलाश रही थी जिसके तार इस घटना से जुड़े थे लेकिन पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली नजर आये। वह न ही आटो चालक तक पहुंच सकी न ही पिकअप चालक तक। यदि हम बात करें तथ्यों की तो कहीं न कहीं पुलिस सवालों के घेरे में आती है। बीच शहर में हुए इस बहुचर्चित गैंगरेप कांड को पहले तो जनपद पुलिस छिपाने का प्रयास की लेकिन जिले और प्रदेश के आलाधिकारियों के सामने आने के बाद पीड़िता की तहरीर पर अज्ञात आटो और पिकअप चालक सहित आधा दर्जन लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति तो कर ली लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस हैवानों तक पहुचने में कामयाब न हो सकी।
पीड़ित की अर्ध मूर्छित हालत इस बात का इशारा कर रही है की इस मामले में रोडवेज परिसर में सक्रिय जहर खुरानी गिरोह भी शामिल हो सकते हैं इसके अलावा पुलिस की जांच पहलु यह भी है की रेलवे स्टेशन से लेकर रोडवेज तक कई ऐसे सरकारी व प्राइवेट प्रतिष्ठान हैं जीके सामने सीसी टीवी कैमरा लगा है। यदि सीसी टीवी के जरिए निगरानी की जाय तो हैवानों का कुछ न कुछ सुराग मिलना तय है। क्योंकि कुछ दिन पहले रोडवेज से बैग लूट कांड में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के जरिए ही सफलता मिली थी। आजमगढ़ रोडवेज से बसखारी और लखनऊ को जाने वाली बस जहां खड़ी होती है उसके ठीक सामने पेट्रोल पम्प से लेकर अधिकतर होटलों पर सीसी टीवी कैमरे लगे हुए हैं तो दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन से आने वाले रास्तों पर भी कई जगहों पर सीसी टीवी कैमरा लगा हुआ है। इसके अलावा यह भी पहलू है की रेलवे और रोडवेज के बीच रात्रि में कार्य करने वाले ऑटो चालक सीमित संख्या में ही होंगे अगर सभी को पूछा जाए तो कुछ काम बन सकता है। वैसे समाचार लिखे जाने तक यह सूचना भी मिली की पीड़ित युवती आजमगढ़ महिला अस्पताल मेडिकल कराने लायी गयी है।वहीँ इस शर्मनाक घटना को लेकर नारी शक्ति संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार को महिलाओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। संस्थान महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार बलात्कार पर अंकुश लगाने व बलात्कारियों को तत्काल गिरफ्तार कर उन्हें सख्त सजा दिलाने की माँग का ज्ञापन पुलिस कप्तान को सौंपा। नारी शक्ति संस्थान की डॉ. पूनम तिवारी ने महिला के साथ हुई बलात्कार की घटना की निन्दा करते हुए कहा कि इस ह्दय विदारक घटना ने नगर का पूरा सभ्य समाज शर्मसार है। डॉ. वन्दना द्विवेदी ने कहा कि यदि 24 घण्टों में बलात्कारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो नारी शक्ति संस्थान मौन नहीं रहेगा आन्दोलन करेगा। 


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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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