लालगंज/आजमगढ। एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकारें गरीबों व दिव्यांगों के लिए तमाम सुविधायें योजनाएं लागू करने का दावा करती रहती है वहीं सरकारी सुविधाओं से वंचित एक दिव्यांग किशोर को व्यवस्था के खिलाफ सड़क पर उतरना पड़ा। अपनी मांगों को लेकर देवगांव कोतवाली क्षेत्र के माधोपुर धरांग गांव निवासी इंटर का छात्र विकलांग 17 वर्षीय अरविन्द विष्वकर्मा पुत्र राजकुमार विश्वकर्मा ने मंगलवार की दोपहर एक बजे से डेढ बजे तक आजमगढ-वाराणसी मुख्य मार्ग के भरे चौराहे पर आधे घंटे के लिये जाम कर दिया। पुलिस ने किसी तरह मामले को रफा दफा किया तथा जाम खुलवाया । उल्लेखनीय है कि अरविन्द को मलाल है कि उसे सरकारी कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। स्कूल में पढ़ने के लिये जाता हूं तो पैसे के अभाव मे उसे भगा दिया जाता है। यही नहीं उसकी व्हील चेयर भी टूटी हुयी है। उसका आरोप था कि उसने एसडीएम व तहसीलदार के यहां दो माह पूर्व से अब तक दर्जनों बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। पारिवारिक पृठभूमि करें तो तीन भाईयों मे सबसे बड़ा मुम्बई रहता है तथा दूसरा अभी पढ़ रहा है। पिता घर पर रहकर मजदूरी आदि करता है जबकि दो बहने अभी अविवाहित हैं। इस दौरान दिव्यांग की पीड़ा को समझने वाले कुछ लोग द्रवित भी हुए और उसे आर्थिक मदद देने की भी पहल की। उसने उस मदद को विनय पूर्वक अस्वीकार करते हुए कहा कि मैं दिव्यांग जरूर हूं लेकिन भिक्षाटन के बल पर जीवन गुजारना पसंद नहीं करता। हम तो व्यवस्था का सच सभी को दिखाने के लिए आज सड़क पर उतरे हैं।
Blogger Comment
Facebook Comment