आजमगढ़। कालेधन के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नोटबन्दी विफल रही तो कैशलेस सोसायटी वर्तमान परिस्थितियों में अव्यवहारिक है। यह विचार काँग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्याक्ष डॉ. राजेश मिश्र ने सोमवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि नोटबन्दी की तैयारी 10 माह से चल रही थी तो 50 दिनों में 120 बार नियमों में फेरबदल क्यों किया गया। श्री मिश्र ने कहा कि नोट बन्दी से न तो कालाधन वापस आया, न आतंकवाद नक्सलवाद, भरस्टाचार पर ही अंकुश लग पाया बल्कि नोटबन्दी से त्रस्त 150 लोगों की जाने गयी और पूरे देश में आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति हो गयी। छोटे उद्योग धन्धे बन्द हो गये किसान, मजदूर, गरीब 50 दिन बाद भी बेहाल है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा नववर्ष की पूर्वसंध्या पर की गयी घोषणा को नाकाफी बताते हुए कहा कि विफल रही नोटबन्दी की कवायद के लिए चौराहा वे खुद चुन ले। इस दौरान जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह सहित पार्टी के अन्य कई नेता मौजूद रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment