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आरंगम : अंधेर नगरी का मंचन देख दर्शक हुए लोटपोट, तालियों की गडगड़ाहट से गुंजा हाल

आजमगढ़। सूत्रधार संस्थान द्वारा आयोजित नाट्य समारोह आरंगम के अन्तिम दिन शाम की संध्या का शुभारम्भ भारतेंदु नाट्य अकादमी के निदेशक रमेशचन्द्र गुप्ता, डॉ.अनूप सिंह एवं सत्यदेव त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संध्या के प्रथम सत्र रंगसंगीत में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अभिषेक पंडित का रविवार को एक अलग ही अन्दाज दिखा। अब तक वे केवल अपने नाटको के माध्यम से ही दर्शको को भाव विभोर करते थे परन्तु आज उनके द्वारा गाये गये गीतो से समारोह में उपस्थित सभी दर्शक मंत्र मुग्ध हो गये। आरंगम का समापन भारतेन्दु हरिशचन्द्र कृत नाटक अंधेर नगरी का मंचन किया गया। यह नाटक आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि अपने रचना काल में रहा है। महन्त (दिव्य दृष्टा संजय) और उसके दो चेले गोबर्धनदास (संदीप) और नारायण दास (रितेश अस्थाना) भिक्षाटन करते करते एक अन्जान नगर में जाते है। जहां पर सबकुछ टके सेर बिक रहा है। महन्त यह अन्धेरगर्दी देखकर वहां से जाने का निर्णय लेते है। किन्तु गोबर्धनदास लालच में फंसकर वही रूक जाता है। एक दिन अचानक फरियादी (रीता गुप्ता) की बकरी कल्लू बनिया (रितेश रंजन) की दिवार से निचे दबकर मर जाती है। वहां का राजा चौपटलाल (श्रवण सिंह राणा) अपने हास्यापद न्याय के द्वारा कोतवाल को फांसी की सजा देता है। लेकिन सिपाहियों के मिली भगत में कोतवाल (धर्मेन्द्र) बच जाता है और बेकसूर गोबर्धनदास इस चक्कर में फंस जाता है। इस मुसीबत की घड़ी में गोबर्धनदास की मदद करने महन्त आते है। अन्त में मूर्ख राजा स्वयं ही फांसी चढ़ जाता है। मंत्री की भूमिका में नन्दकिशोर यादव, सिपाहियों की भूमिका में विनय और रवि, कारीगर द्वारिका विश्वकर्मा, भिश्ती रामजनम, चूने वाली ममता पंडित, कसाई बालेन्दू राणा, गडे़रिया रिंकू गुप्ता, बाबा बामदेव नदीम और फलवाला अमरजीत ने अपने अभिनय और संवाद अदायगी से और दिपक के ढोलक की थाप ने दर्शकों को हंसा हंसा कर लोट पोट कर दिया। सुग्रीव विश्वकर्मा का सेट और क्राफ्ट, विशाल तिवारी द्वारा मुख-सज्जा, सारांश भट्ट का वस्त्र विन्यास, शशिकान्त कुमार का संगीत व रणजीत कुमार की प्रकाश परिकल्पना ने नाटक के कन्टेन्ट को बखूबी सराहनीय रही। नाटक के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर, संगम पाण्डेय, सुभाष चन्द्र कुशवाहा, राकेश कुमार,डा.अमिज सिंह (अध्यक्ष आयोजन समिति), स्वस्ति सिंह (अध्यक्ष स्वागत समिति), डॉ. हेमबाला यादव, डॉ. निर्मल श्रीवास्तव, डॉ. एके सिंह, डॉ. खुश्बू सिंह, डॉ. अलका सिंह, निरज सिंह, विवके पाण्डेय, तरूण राय, अविनाश सिंह इत्यादि लोग उपस्थित रहें।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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