मुबारकपुर/ आजमगढ़: (जावेद हसन अंसारी ) :: लगता है ज़िले की सब से घनी आबादी और बुनकर बाहुल्य क्षेत्र रेशम नगरी मुबारकपुर के लोगों को इन दिनों भुखमरी के कगार पर खड़ा करने के लिए बिजली विभाग ने कमर कस लिया है। मुख्यमंत्री की विद्युत् आपूर्ति की नयी स्कीम को लेकर जिलाधिकारी द्वारा दिए जा रहे आदेशों को गठरी बना कर खूंटी पर टांग दिया गया है जिसका जीता जागता उदाहरण यह है की कटौती मुक्त क्षेत्र में आजमगढ़ नगर व मुबारकपुर को रखा गया है लेकिन मुबारकपुर में बिजली के नाम पर मात्र 10 से 12 घण्टे बिजली की आपूर्ति की जारही हैं वह भी आँख मिचौली ही करती रह रही है। नगर में प्रति दिन सुबह 6 बजे से आठ तक कटौती, 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक कटौती, शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक कटौती हो रही है और तो और बीच बीच में भी भारी कटौती होती रहती है यह सिलसिला पिछले एक एक माह से चल रहा है जिससे लोगों में भारी नाराज़गी है। और तो और डाला छ्ठ पर भी दिन में भारी कटौती रही जिससे लोगों में गुस्सा दिखा कि पर्व के भीं दिन बिजली गायब रही ज्ञात होकि नगर व देहात में बुनकरों व किसानों की रोज़ी रोटी बिजली पर ही निर्भर है वर्तमान समय में खेतों में रवि की फसलों की बुवाई के लिए पलेवा कार्य शुरू हो चूका है साथ ही साथ बुनकरों की रेशमी साड़ियों की बुनाई का कार्य ठप हो गया है। बिजली की मनमानी आपूर्ति के चलते क्षेत्र के अन्य भी कारोबार ठप पड़े हैं.सरकार की मंशा को पलीता लगाने में लगे हुए मुबारकपुर बिजली केंद्र पर दो फिटर के माध्यम से बिजली संचालन की जाती है जिसमे टाउन व देहात को सप्लाई दी जाती है । वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक हफ्ता पहले अपने आदेशों में साफ़ साफ़ कहा था कि शहर को 24 घटने, नगर को 20 घण्टे व ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घण्टे बिजली दी जायेगी। वहीं गत दो दिन पूर्व ज़िले के आला अफसरों द्वारा बिजली विभाग की बैठक कर आदेश पारित किया गया कि सरकार के आदेश के अनुसार बिजली नगर व देहातों में दिया जाये लेकिन यह हकीकत मुबारकपुर क्षेत्र में ज़मीन पर और बिजली विभाग पर दिखाई नहीं दे रहा है। पूर्व मंत्री और सरकार के कद्दावर मंत्री शिवपाल यादव ने जब नगर का दौर किया था तो बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण विभाग के दो अधिकारियों पर गांज गिरी थी , इसके बावजूद कि बिजली विभाग का पुराना रवैया चालु हो गया है. बताते चले कि आज कल बिजली मात्र 10 12 घण्टे भी नहीं मिलती है हाल यह हैकि कभी खराबी के नाम पर तो कभी किसी नाम पर अंधाधुंध कटौती की जाती है। एक प्राइवेट लाइनमैन द्वारा नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि हम लोग क्षेत्रों में दौड़ दौड़ कर फाल्ट को दुरुस्त करते हैं और रेगुलर लाइनमैन धन उगाही करने और अपना कमीशन लेने के बाद ही उस क्षेत्र की समस्या की निजात दिलाने के लिए भेजते हैं। सुविधा शुल्क न देने वालों को बिजली विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं । वहीं इस संबंध में मुबारकपुर सहायक अभियंता धीरज गुप्ता ने बताया कि नगर को 20 घण्टे बिजली सरकार द्वारा देने का आदेश है परंतु ओवरलोड के चलते मात्र 12 से 14 घण्टे ही बिजली दी जा रही है ।
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